लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोर से लेकर पश्चिमी हिस्से तक बेखौफ दबंगों का दुस्साहस जारी है। पिछले चौबीस घंटों में विभिन्न वारदातों में 11 लोगों की हत्या कर दी गई। मारे गए लोगों में 2 पुलिस के जवान भी शामिल हैं, यह वारदात राज्य में खराब कानून व्यवस्था की गवाही दे रही हैं।
राज्य के पूर्वी जिले सोनभद्र में बेखौफ दबंगों ने जमीन की खातिर दिनदहाड़े ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर नौ लोगों की हत्या कर दी, वहीं सम्भल में घात लगाकर बैठे बदमाशों ने दो पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी और तीन कैदियों को छुड़ा लिया।
राज्य विधानमण्डल का मॉनसून सत्र आज से शुरू होने वाला है। ऐसे में बुधवार को हुई इन वारदात के बाद से सरकार और पूरा पुलिस महकमा हरकत में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों वारदात पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिये हैं।
सोनभद्र में 9 की हत्या
पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने बताया कि सोनभद्र के घोरावल थाना क्षेत्र के उधा गांव में हुई एक वारदात में तीन महिलाओं समेत नौ लोगों की मौत हो गयी और 19 अन्य जख्मी हो गये। यहां एक जमीन विवाद में ग्राम प्रधान पक्ष के लोगों ने स्थानीय ग्रामीणों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। उन्होंने बताया कि इस मामले में ग्राम प्रधान के भतीजों गिरिजेश और विमलेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है। रोंगटे खड़े कर देने वाली यह वारदात हाल के वर्षों में प्रदेश में हुई सबसे ज्यादा रक्तपात वाली घटना है। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिर्जापुर के मण्डलायुक्त तथा वाराणसी जोन के अपर पुलिस महानिदेशक को 24 घण्टे में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिये हैं।
संभल में दो पुलिसकर्मियों की हत्या
सम्भल जिले में एक अन्य दुस्साहसिक वारदात में अज्ञात बदमाशों ने दो पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या करके तीन कैदियों को छुड़ा लिया। पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद के मुताबिक कुछ कैदियों को लेकर मुरादाबाद जा रही एक वैन को अज्ञात बदमाशों ने बनियाठेर इलाके में जबरन रोक लिया और सुरक्षा में तैनात सिपाहियों हरेन्द्र और बृजपाल को गोली मार दी। इस वारदात में दोनों सिपाहियों की मौत हो गयी। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश पुलिसकर्मियों की रायफल और तीन कैदियों को साथ लेकर भाग गये।
परिवारों को 50 लाख रुपए की मदद
मुख्यमंत्री योगी ने इस वारदात में शहीद हुए दोनों पुलिसकर्मियों के परिजन को 50-50 लाख रुपये की सहायता और प्रत्येक शहीद पुलिसकर्मी की पत्नी को असाधारण पेंशन तथा परिवार के एक आश्रित को सरकारी नौकरी दिए जाने के भी आदेश दिए हैं।