Year Ender 2024: पूरा विश्व नए साल 2025 के स्वागत के लिए तैयार है। दिसंबर के साथ ही अब साल 2024 भी समाप्त होने की कगार पर है। साल 2024 की बात करें तो इसमें कई अच्छी और बुरी यादें रह जाएंगे। इस दौरान राजनीतिक गलियारों में भी कई हलचलें हुईं, जिन्हें लंबे समय तक याद रखा जाएगा। आइये इस साल 2024 में घटित होने वाली कुछ बड़ी राजनीतिक घटनाओं पर नजर डालते हैं-
- लोकसभा चुनाव 2024: 19 अप्रैल से 1 जून 2024 के बीच सात चरणों में आम चुनाव 2024 के लिए मतदान हुआ। ये मतदान इस साल की बड़ी राजनीतिक घटनाओं में से एक है। इस बार के चुनावी नतीजे चौंकाने वाले रहे। एक तरफ जहां एनडीए 'अबकी बार, 400 पार' का नारा देकर चुनावी समर में उतरी थी, वहीं दूसरी तरफ एनडीए को हराने के लिए विपक्षी दलों ने इंडिया अलायंस बनाया। चुनावी नतीजे सामने आए तो एनडीए 400 के आंकड़े तक नहीं पहुंच सकी, लेकिन नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने। वहीं विपक्षी दलों को भी लोकसभा चुनाव में कुछ सीटों पर बढ़त मिली।
- अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा: तिहाड़ जेल से बाहर लेने के बाद आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने एक ऐसा फैसला लिया, जिसके बारे में किसी ने सोचा तक नहीं रहा होगा। जेल से बाहर निकलने के बाद अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया। केजरीवाल ने 17 सितंबर को इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा देते हुए कसम खाई कि दिल्ली के लोग उन्हें क्लीन चिट दे देंगे तभी वह सीएम का पद स्वीकार करेंगे।
- महाराष्ट्र के चुनाव: महाराष्ट्र में इस साल पूरे देश के साथ लोकसभा के चुनाव हुए तो वहीं विधानसभा के चुनाव भी हुए। लोकसभा चुनाव में जहां महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन को निराशा हाथ लगी तो वहीं विधानसभा चुनाव में इसी महाराष्ट्र की जनता ने दिल खोलकर महायुति गठबंधन को अपना समर्थन दिया। हाल ही में संपन्न हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने प्रचंड बहुमत हासिल कर राज्य में अपनी सरकार बनाई है। हालांकि यहां पर मुख्यमंत्री बदल गया है। पहले जहां एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के सीएम थे तो वहीं इस चुनाव के बाद देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र का सीएम बनाया गया है।
- हेमंत सोरेन को जेल: झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए साल 2024 काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। साल 2024 उनके लिए एक करारा झटका लेकर आया। उन्हें जनवरी में ही कथित घोटाले के केस में जेल में डाल दिया गया। इसके बाद चंपई सोरेन को झारखंड का सीएम बना दिया गया। हालांकि बाद में उन्हें जमानत मिली और उन्होंने दोबारा झारखंड के सीएम का पद संभाला। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान चंपई सोरेन झामुमो छोड़ भारतीय जनता पार्टी के साथ चले गए। हालांकि इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में झामुमो ने एक बार फिर जीत दर्ज की और हेमंत सोरेन झारखंड के सीएम बने।
- जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: इस साल जम्मू-कश्मीर में हुआ विधानसभा चुनाव ऐतिहासिक रहा। इस बार राज्य में एक दशक के बाद विधानसभा चुनाव कराया गया। ऐसे में सभी की नजरें इस चुनाव पर टिकी हुई थीं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 का दर्जा हटाए जाने के बाद यह पहला चुनाव हुआ। वहीं चुनाव की बात करें तो यहां मतदाताओं ने वोटिंग के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। इस चुनाव में उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस ने शानदार वापसी की। वहीं उमर अब्दुल्ला को राज्य का सीएम चुना गया।
- राहुल गांधी की यूपी में वापसी: लोकसभा चुनाव 2024 कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लिए बेहद खास रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में जहां राहुल गांधी को यूपी के अमेठी लोकसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा था, वहीं इस बार के लोकसभा चुनाव 2024 में उन्होंने अमेठी में वापसी की है। दरअसल, लोकसभा चुनाव 2019 में राहुल गांधी को अमेठी सीट पर हार का सामना करना पड़ा था, हालांकि वायनाड लोकसभा सीट पर उन्हें जीत मिली थी, जिसके बाद वह वायनाड के सांसद बने रहे। वहीं लोकसभा चुनाव 2024 में उन्होंने दोनों सीटों पर जीत दर्ज की और अमेठी की सीट से सांसद रहने का चयन किया।
- नवीन पटनायक की हार: इस साल ओडिशा में भी विधानसभा चुनाव हुए। इस चुनाव में बड़ा फेरबदल देखने को मिला। ओडिशा की राजनीति में महानायक कहे जाने वाले नवीन पटनायक के दल को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। ओडिशा विधानसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी के शानदार जीत हासिल करते हुए राज्य में सरकार बनाई, लेकिन दशकों से सत्ता पर काबिज नवीन पटनायक को सरकार से बाहर जाना पड़ा। ओडिशा विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी 51 सीटों पर सिमट गई, जबकि भाजपा को 78 सीटें मिलीं, जिससे पटनायक का 24 साल का शासन समाप्त हो गया।
- प्रियंका गांधी का चुनावी पदार्पण: नेहरू-गांधी परिवार की एक अन्य सदस्य प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस साल राजनीतिक में सक्रिय रूप से पदार्पण किया। लोकसभा चुनाव 2024 में अमेठी और वायनाड दोनों लोकसभा सीटों पर जीत के बाद राहुल गांधी ने वायनाड सीट को छोड़ दिया था और अमेठी से सांसद बने रहे। इसके बाद से वायनाड की सीट खाली रही। वहीं अब वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने प्रियंका गांधी को वायनाड सीट से प्रत्याशी के तौर पर उतारा। इस उपचुनाव में प्रियंका गांधी ने 64.99% वोट प्रतिशत के साथ जीत हासिल की और पहली बाद संसद पहुंचीं।
- सिक्किम विधानसभा में विपक्ष खत्म: सरकार के कामकाज पर नजर बनाए रखने के लिए विपक्ष का होना जरूरी होता है। हालांकि, जब सदन में विपक्ष का एक भी विधायक ही नहीं हो तो ये कितनी अजीब परिस्थिति है। ऐसा ही कुछ सिक्किम में देखने को मिला। सिक्किम विधानसभा में विपक्ष का कोई भी विधायक नहीं है। 32 सीटों वाली सिक्किम विधानसभा में सभी विधायक एक ही दल के हैं। हाल ही में दो सीटों पर हुए उपचुनाव में भी सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा यानी SKM के प्रत्याशियों ने निर्विरोध जीत दर्ज की।
- आतिशी बनीं दिल्ली की सीएम: एक नाटकीय घटनाक्रम में अरविंद केजरीवाल ने तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। इस घटना के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई। वहीं दिल्ली का सीएम कौन होगा, इसपर सभी की नजरें टिकी हुई थीं। माना जा रहा था कि मनीष सिसोदिया को दिल्ली के सीएम पद की कमान सौंपी जा सकती है, लेकिन अरविंद केजरीवाल के साथ ही मनीष सिसोदिया ने भी सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। इस बीच पार्टी के विधायकों की बैठक में आतिशी का नाम दिल्ली के सीएम पद के लिए आगे लाया गया और इसपर सभी ने अपनी सहमति भी जताई।
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