नई दिल्ली: साल 2024 अब विदाई ले रहा है और दुनिया अब नए साल 2025 का स्वागत करने के लिए तैयार है। 2024 को खत्म होने में अब कुछ दिन ही बचे हैं। ऐसे में अगर पूरे साल भर के घटनाक्रम का अवलोकन करें तो कई चित्र सामने उभरते हैं। कुछ घटनाओं ने जहां देश दुनिया को एक नई शक्ति और प्रेरणा दी तो वहीं कुछ घटनाएं दुखदायी भी रहीं। इसी क्रम में आज हम भारतीय राजनीति में विवादास्पद बयानों की चर्चा करेंगे। इस आलेख में हम विभिन्न दलों के उन नेताओं के बयानों को जिक्र करेंगे, जिसे लेकर सियासत में काफी बवाल हुआ।
मल्लिकार्जुन खरगे
सबसे पहले बात करते हैं मल्लिकार्जुन खरगे के बयानों का। वर्ष 2024 में उनके बयानों को लेकर खासा सियासी बवाल हुआ। उन्होंने अपने बयानों में पीएम मोदी, बीजेपी और आरएसएस को निशाना बनाया। खरगे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान सांगली में एक जनसभा में कहा, ‘‘अगर भारत में राजनीतिक रूप से सबसे खतरनाक कोई चीज है तो वह भाजपा और आरएसएस हैं। वे जहर की तरह हैं। अगर सांप काटता है तो वह व्यक्ति मर जाता है। ऐसे जहरीले सांप को मार देना चाहिए।’’
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उनकी तुलना तैमूर लंग से की। खरगे ने कहा कि 400 पार का नारा देने वाले मोदी की सरकार जदयू और टीडीपी की बैसाखियों पर टिकी है। इसके बाद खरगे ने पीएम मोदी को झूठों का सरदार भी कहा। खरगे के इस बयान पर भी काफी बवाल मचा।
लालू प्रसाद
राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहते हैं। 2024 में भी उन्होंने विवादित बयान दिए। हाल में उन्होंने नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा पर तंज कसा। लालू प्रसाद यादव ने आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा कि नीतीश कुमार आंखें सेंकने जा रहे हैं। इस पर जेडीयू और बीजेपी की ओर से लालू पर पलटवार किया गया। बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि पहले तो लगता था कि लालू जी शारीरिक रूप से ही सिर्फ बीमार हैं, लेकिन अब वो मानसिक रूप से भी बीमार हो गए हैं। उन्हें इलाज की जरूरत है।नीतीश कुमार के खिलाफ उनका बयान अत्यंत ही घृणित और शर्मनाक है।
राहुल गांधी
राहुल अपनी विदेश यात्रा के दौरान कुछ न कुछ ऐसा बयान देते हैं जिससे देश में सियासी हलचल मचती है। वाशिंगटन में उन्होंने ऑडियंस में मौजूद एक सिख से उसका नाम पूछा, उसने जवाब दिया भालेंदर सिंह। इसके बाद राहुल कहते हैं, '(भारत में) लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है' यह सतही है' लड़ाई इस बारे में है कि क्या उन्हें (भालेंदर) एक सिख के रूप में भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी, भारत में कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी, या गुरुद्वारे में जाने की अनुमति दी जाएगी, यही लड़ाई है, और सिर्फ उनके लिए नहीं, सभी धर्मों के लिए... लड़ाई इस बारे में है कि हम किस तरह का भारत चाहते हैं।'
राहुल गांधी ने अमेरिकी की धरती से आरोप लगाया कि भारत में धार्मिक स्वतंत्रता कम हो रही है। इतना ही उन्होंने आरक्षम को लेकर भी बयान दिया, जिसपर काफी बवाल मचा। राहुल ने एक अन्य इवेंट में कहा कि 'कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में विचार करेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे और फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।
गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अक्सर अपने बयानों के चलते सुर्खियां बटोरते हैं। उन्होंने जहां छठ पर्व पर पूजा के सामानों की खरीददारी को लेकर शुद्धता का सवाल उठाते हुए एक धर्म विशेष पर निशाना साधा वहीं उन्होंने शिमला के मस्जिद विवाद को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में शिमला मॉडल लागू किए जाने की जरूरत है। गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर हम एकजुट होंगे तो कोई मोहम्मद गोरी और मुगल हमें हरा नहीं सकता है। अगर हम एक हुए तो अवैध मस्जिदों को शिमला की तरह तोड़ना होगा। अगर हम बंट गए तो काट दिए जाएंगे।
इल्तिजा मुफ्ती
इल्तिजा मुफ्ती पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी हैं। उन्होंने उन्होंने 'हिंदुत्व' को एक 'बीमारी' बताया। उनके इस बयान पर भी खूब बवाल मचा। इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर लिखा, "यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया।
सैम पित्रोदा
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने लोकसभा चुनाव के दौरान एक बार फिर विवादित बयान दिया। उन्होंने नस्लीय टिप्पणी करते हुए नई बहस को जन्म दे दिया। सैम पित्रोदा ने कहा कि उत्तर भारत के लोग तो सफेद नजर आते हैं, जबकि, पूर्वी भारत के लोग चाइनीज दिखते हैं। दक्षिण भारतीय लोग अफ्रीकी जैसे और पश्चिम भारत के लोग अरब के लोगों जैसे दिखते हैं। सैम के इस बयान पर बवाल बढ़ते देख कांग्रेस ने इससे किनारा कर लिया और इसे उनकी निजी राय बताया।
भाई जगताप
कांग्रेस नेता भाई जगताप ने तो खरगे से भी एक कदम आगे जा निकले। उन्होंने चुनाव आयोग पर ही निशाना साथ और कहा, "चुनाव आयोग तो कुत्ता है। पीएम मोदी के बंगले के बाहर बैठा कुत्ता बनकर काम कर रहा है। लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए बनाई गई सभी एजेंसियां अब कठपुतलियां बन गई हैं।' उन्होंने आरोप लगाया कि ये एजेंसियां जो हमारे लोकतंत्र की रक्षा के लिए थी, उसका दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव और देश भर में हो रही घटनाओं से यह पता चलता है कि किस तरह व्यवस्था से छेड़छाड़ की जा रही है।"