Highlights
- गुजरात चुनाव में भाजपा के सामने कैसे टिक पाएंगे केजरीवाल
- क्या कांग्रेस का विकल्प बनेगी आम आदमी पार्टी
- भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी केजरीवाल सरकार व पार्टी पर गुजराती कितना करेंगे भरोसा
Gujrat Election 2022 : दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल इस बार गुजरात से भी उम्मीद लगाए बैठे हैं। मगर सवाल है कि क्या इन दोनों राज्यों की तरह क्या गुजरात में भी केजरीवाल का जादू चल पाएगा। वर्तमान में भ्रष्टाचार के विभिन्न आरोपों से घिरी दिल्ली सरकार पर क्या गुजरात के लोग भरोसा कर पाएंगे। क्या गुजरात में आप इस बार कांग्रेस का विकल्प बन पाएगी। इत्यादि ऐसे सवाल हैं जो आम आदमी के जेहन में घूम रहे हैं।
क्या भाजपा जारी रखेगी अजेय रथ
क्या भाजपा लगातार पांचवीं बार गुजरात में सबको पटखनी देकर फिर से सत्ता पाने में कामयाब हो जाएगी या फिर आप और कांग्रेस मिलकर भाजपा के सामने चुनौती पेश करेंगे, इन सब सवालों के जवाब तो खैर चुनाव परिणाम के बाद ही मिल पाएंगे। मगर मौजूदा सियासी समीकरण में भाजपा ही सबसे भारी पड़ी रही है और वह गुजरात में पांचवी बार सरकार बनाती दिख रही है। इसकी वजह है कि कांग्रेस पार्टी अंदरूनी कलह में उलझी हुई है। वहीं दिल्ली से लेकर पंजाब तक भ्रष्टाचार और कुशासन के आरोपों से घिरी आम आदमी पार्टी को गुजरात में ठिकाना बना पाना इतना आसान नहीं होगा।
केजरीवाल पर लोग कितना करेंगे भरोसा
शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में ‘आप’ की सरकार बनने पर किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया। केजरीवाल ने गुजरात में चुनाव से पहले एक और ‘गारंटी’ की घोषणा करते हुए शुक्रवार को कहा कि यदि उनकी पार्टी राज्य की सत्ता में आई तो किसानों का कर्ज माफ किया जायेगा और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों से उपज खरीदने के लिए एक तंत्र भी बनाया जायेगा। देवभूमि द्वारका जिले के द्वारका शहर में किसानों को संबोधित करते केजरीवाल ने भूमि का एक नया सर्वेक्षण करने का भी वादा किया क्योंकि किसान हाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार द्वारा किए गए सर्वेक्षण से खुश नहीं हैं।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘हालांकि हर साल एमएसपी की घोषणा की जाती है, लेकिन कृषि उपज उस कीमत पर नहीं बेची जाती है। यह मेरी गारंटी है कि यदि किसानों को कोई अन्य खरीदार नहीं मिलता है तो हमारी सरकार उपज एमएसपी पर खरीदेगी। हम पांच कृषि उपज जैसे गेहूं और धान के साथ शुरुआत करेंगे, और फिर इसमें और उपज जोड़ेंगे।’’ उन्होंने कहा कि राज्य में यदि ‘आप’ की सरकार आई तो किसानों का कर्ज माफ किया जायेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता चला कि गुजरात में किसानों को अपने खेतों की सिंचाई के लिए रात में बिजली मिलती है। यदि ‘आप’ सत्ता में आती है, तो हम दिन में बिजली देंगे, वह भी 12 घंटे के लिए। हम इस सरकार द्वारा किए गए भूमि सर्वेक्षण को भी रद्द कर देंगे और एक पुन: सर्वेक्षण का आदेश देंगे।’’ केजरीवाल ने वादा किया कि दिल्ली की तरह गुजरात के किसानों को विभिन्न आपदाओं के कारण फसल का नुकसान होने की स्थिति में 20,000 रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा मिलेगा।
कौन हो सकता है आप को सीएम चेहरा
आम आदमी पार्टी गुजरात इलेक्शन 2022 लड़ने का एलान कर चुकी है, लेकिन अभी तक उसने अपने सीएम चेहरे का ऐलान नहीं किया है। आप का सीएम चेहरा गुजरात में कौन हो सकता है, इसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो अरविंद केजरीवाल के सबसे भरोसेमंद संजय सिंह व राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का नाम इस कड़ी में सबसे आगे है। राघव चड्ढा अरविंद केजरीवाल की पहली पसंद हैं। ऐसे में उन्हें गुजरात का सीएम चेहरा बनाया जा सकता है।
मोदी की नहीं है कोई काट
गुजरात में भाजपा की तरफ से सीएम कोई भी रहे, लेकिन मोदी प्रभाव से कांग्रेस और आप खुद को बचा नहीं पाएगी। पीएम मोदी की छवि ऐसी है कि उनके सहारे भाजपा लगातार गुजरात में जीत दर्ज कराती आ रही है। इस बार भी पीएम मोदी की बदौलत भाजपा को पुनः सत्ता में आने की आस है। किसी भी पार्टी के पास फिलहाल पीएम मोदी की छवि जैसा प्रचारक नहीं है।