पटना: बिहार में जनता दल युनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश का नाम नहीं होने को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि हरिवंश बहुत दिनों से किसी बैठक में नहीं आ रहे थे, इसलिए उनका नाम राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल नहीं किया गया है। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि पिछले साल के 9 अगस्त यानी NDA से JDU के अलग होने के बाद से वह (हरिवंश) पार्टी के संसदीय दल की बैठक में भी हिस्सा नहीं ले रहे हैं।
‘हरिवंश पिछले साल से हैं अलग-थलग’
ललन सिंह ने हरिवंश पर तंज कसते हुए कहा कि शायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें रोक दिया है, और वे अब बस तकनीकी रूप से पार्टी में हैं। ललन सिंह ने कहा कि 9 अगस्त 2022 को हम लोग NDA से अलग हुए, उस दिन से हरिवंश JDU से अलग-थलग हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें राज्यसभा का उपसभापति बीजेपी ने नहीं बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बनाया और वह क्षेत्रीय दलों की ताकत से इस पद पर गए। उन्होंने यह भी कहा कि तकनीकी रूप से वह अभी JDU से बाहर नहीं जा सकते हैं।
केसी त्यागी को बनाया गया मुख्य प्रवक्ता
बता दें कि बुधवार को ललन सिंह ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची जारी की थी, जिसमें हरिवंश का नाम नहीं था। बता दें कि.प्रशांत किशोर उनके उपसभापति बने रहने को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। JDU की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की नई सूची में ललन सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जबकि मंगनी लाल मंडल को उपाध्यक्ष बनाया गया है। वरिष्ठ नेता केसी त्यागी को विशेष सलाहकार सह मुख्य प्रवक्ता और डॉ. आलोक कुमार सुमन को कोषाध्यक्ष का पद दिया गया है। वहीं, लिस्ट में पार्टी के सर्वोच्च नेता के तौर पर नीतीश कुमार का नाम दर्ज है। इसके अलावा इस लिस्ट में 98 सदस्यों को पद मिला है।