Highlights
- यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का ‘कॉमेडी कनेक्शन’
- पंजाब के CM भगवंत मान और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की में है समानता
- उम्र दोनों नेताओं की बराबर, कॉमेडी से शुरुआत भी एक जैसी
नई दिल्ली: पंजाब में 1970 के बाद यह पहला मौका है जब कोई नई पार्टी पंजाब में सत्ता संभालने जा रही है। अब तक पंजाब में अकाली दल और कांग्रेस की ही सरकारें राज करती आई हैं। लेकिन २०२२ में पंजाब की जनता ने बहुमत के साथ आप पार्टी को पंजाब में बढ़-चढ़ कर मौका दिया है। ऐसे में आज पंजाब के मुख्यमंत्री के तौर पर भगवंत मान ने शपथ ले ली है। लेकिन पिछले कई दिनों से भगवंत मान और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की सुर्ख़ियों में बने हुए है। वजह क्या है चलिए आपको बताते है।
जेलेंस्की और भगवंत मान की शुरुआत कॉमेडी से हुई
शुरुआत यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से करते है। जेलेंस्की का एक परफॉरमेंस ग्रुप हुआ करता था ‘क्वार्टर-95.’ इस समूह के जरिए वे केवीएन नाम की एक हास्य-प्रतिस्पर्धा में शामिल हुए थे. जिसका प्रसारण कई देशों में हुआ यहां से जेलेंस्की अपने हास्य कार्यक्रमों के लिए लोकप्रिय होते गए. वही दूसरी तरफ सीएम भगवंत मान की बात करें तो राजनीति में आने से पहले वो नेशनल टेलीविजन समेत कई पंजाबी कॉमेडी शो में काम कर चुके हैं. उनका शो ‘जुगनू मस्त मस्त’ को लोगों ने काफी पंसद किया था.लेकिन साल 2005 में स्टार टीवी पर आने वाला द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज ने भगवंत मान को नई सफलताएं दी।
जनता ने बढ़ाया दोनों नेताओ का मान
चलिए अब करते है दूसरे किस्से की बात आखिर क्या-क्या समानता है दोनों नेताओ में और क्या है वजह सोशल मीडिया पर बने रहने की। जेलेंस्की एक लोकप्रिय कॉमेडी सीरियल के शीर्ष कलाकार थे। 'सर्वेट ऑफ द पीपुल' नाम का यह सीरियल राजनीतिक व्यंग्य पर आधारित था। 2019 के मध्य में सीरियल के बंद होने के बाद जेलेंस्की ने 'सर्वेट ऑफ द पीपुल' के नाम से ही पार्टी बनाई और आम चुनावों में 70 प्रतिशत से ज्यादा मत पाकर यूक्रेन के राष्ट्रपति बने।
यही बात बहुत हद तक भगवंत मान से मिलती है। भगवंत मान भी स्टैंड अप कॉमेडी में एक जाना-पहचाना नाम रहे हैं। राजनीति में आने के बाद भी उनके पोलिटिकल सटायर काफी लोकप्रिय रहे हैं। पंजाब विधानसभा चुनाव में AAP ने जनता द्वारा की गई वोटिंग के आधार पर सीएम उम्मीदवार के रूप में भगवंत मान को चुना था। एक भाषण में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि मान को उन्होंने नहीं बल्कि सीएम पद का चेहरा बनाने के लिए लोगों ने फोन कॉल, SMS और व्हाट्सएप मैसेजों के जरिए मान के पक्ष में वोट डाले थे और उन्हें चुना गया था। आखिर में मान ने पंजाब विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज की और बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री भी बन गए।
इस तरह देखें तो यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की और पंजाब के सीएम भगवंत मान दोनों ने राजनीतिक सफर की शुरुवात से पहले कॉमेडियन के तौर पर अपना नाम बनाया और नाम के साथ लोगों के दिलो में भी जगह बनाई। बाद में वे राजनीति में आए और वहां भी अब तक काफी सफल रहे हैं।