सात चरणों में हो रहे इस बार के लोकसभा चुनाव के दो चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है और कांग्रेस अबतक अमेठी और रायबरेली सीट के लिए उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। वहीं, अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की कयासबाजी चरम पर है। इस बीच कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के बारे में फैसले की घोषणा अगले 24-30 घंटों के भीतर कर दी जाएगी। इसे लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पुष्टि की है और बताया है कि पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने इन निर्वाचन क्षेत्रों के उम्मीदवारों पर अंतिम निर्णय लेने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अधिकृत किया है।
कोई देरी नहीं हुई है...कोई डर नहीं रहा है-रमेश
एक प्रेस वार्ता के दौरान अमेठी और रायबरेली के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा में हो रही देरी पर सवालों के जवाब देते हुए, जयराम रमेश ने कहा, "कोई देरी नहीं हुई है। उन्होंने ये भी कहा कि क्या भाजपा ने रायबरेली में अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है? अमेठी से तो भाजपा की तरफ से स्मृति ईरानी मौजूदा सांसद हैं ही।"
रमेश ने यह भी कहा कि उम्मीदवार के नामांकन की अंतिम तिथि 3 मई है। उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को मैदान में उतारने से कांग्रेस के 'डरने' की अफवाहों को भी खारिज कर दिया और कहा, 'कोई नहीं डर रहा है, चर्चा चल रही है, इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत किया गया है।'
अमेठी से राहुल, रायबरेली से प्रियंका हो सकती हैं उम्मीदवार
ऐसी अटकलें हैं कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे जबकि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी रायबरेली से मैदान में होंगी। उत्तर प्रदेश में राज्य चुनाव समिति ने और केंद्रीय चुनाव समिति ने राहुल गांधी को अमेठी से और प्रियंका को रायबरेली से मैदान में उतारने का आग्रह किया है। बता दें कि राहुल गांधी वर्तमान में केरल के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं, जहां से उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में और इस बार भी लोकसभा का चुनाव लड़ा था।
कहीं वरुण फैक्टर तो नहीं
बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने अमेठी सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। कहा ये भी जा रहा है कि, भाजपा का शीर्ष नेतृत्व गांधी बनाम गांधी मुकाबला खड़ा करने के लिए वरुण गांधी को रायबरेली से चुनाव मैदान में उतारने पर भी विचार कर रहा है। हालांकि, समझा जा रहा है कि चचेरे भाई राहुल और प्रियंका से निकटता को देखते हुए वरुण सावधानी से कदम बढ़ा रहे हैं। बीजेपी ने वरुण गांधी को पीलीभीत से टिकट नहीं दिया है और उनकी जगह यूपी के मंत्री जितिन प्रसाद को टिकट दिया है।
2019 के लोकसभा चुनावों में, राहुल गांधी अपने पारिवारिक गढ़ से भाजपा की स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे। इस बीच, कांग्रेस की दिग्गज नेता सोनिया गांधी के राज्यसभा चले जाने के बाद से रायबरेली सीट खाली है। दोनों निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सात चरण के आम चुनाव के पांचवें दौर में 20 मई को मतदान होना है।