हाल ही में आए लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद देश में NDA की सरकार बन गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 71 सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली। मंत्रियों के शपथ ग्रहण के ठीक एक हफ्ते बाद मंडला सीट से लोकसभा सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते का एक बयान वायरल हो रहा है। वीडियो में कुलस्ते कह रहे हैं कि राज्यमंत्री का पद लेने से उन्होंने मना कर दिया। साथ ही उन्होंने इसके पीछे की वजह भी बताई है।
नाराज हैं फग्गन सिंह कुलस्ते?
लगातार तीसरी बार केंद्र की सत्ता में आई नरेन्द्र मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद में जगह नहीं पाने वाले कुलस्ते ने कहा है कि उन्होंने चौथी बार कनिष्ठ मंत्री बनने से साफ इनकार कर दिया था। मध्य प्रदेश की मंडला सीट से सात बार के सांसद एवं भाजपा के आदिवासी नेता ने कहा, “मैं तीन बार राज्य मंत्री रहा। चौथी बार राज्य मंत्री बनना अच्छा नहीं है इसलिए मैंने साफ इनकार कर दिया। मैंने कहा कि अगर मैं कैबिनेट मंत्री बन जाऊं तो अच्छा रहेगा...।''
कुलस्ते के इस बयान के बाद मानों सियासत गर्मा गई है। ऐसा कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने को लेकर कुलस्ते की नाराजगी है जिसको वे खुले तौर पर जाहिर नहीं कर रहे हैं।
कुलस्ते की जगह सावित्री ठाकुर को दिया मौका
बता दें कि मध्य प्रदेश में बीजेपी ने सभी 29 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी जिसके बाद इस जीत का ईनाम मध्य प्रदेश को दिया गया। मंत्रिमंडल में मध्य प्रदेश से 5 नामों को शामिल किया गया है। दूसरी तरफ पुराने नामों का पत्ता कट भी किया गया है। आदिवासी समुदाय से आने वाले कुलस्ते को पिछली बार मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिली थी लेकिन इस बार उनका पत्ता साफ हो गया है। कुलस्ते की जगह इस बार धार की सांसद सावित्री ठाकुर को मौका दिया गया है।
बता दें कि कुलस्ते पिछली सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री थे। वह प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री थे। कुलस्ते 1999 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में आदिवासी मामले एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री रहे थे। (भाषा इनपुट्स के साथ)
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