भाजपा प्रदेश कार्यालय में शनिवार और रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक का उद्देश्य लोकसभा चुनाव में हारी हुई सीटों को लेकर मंथन किया जाएगा। इस बैठक में 14 जुलाई को पहली बार होने जा रही विस्तारित प्रदेश कार्यसमिति की बैठक की भी रूपरेखा भी बनेगी। कार्यसमिति की बैठक में पहली बार भाजपा के संगठन की दृष्टि से बने 1918 मंडलों के मंडल अध्यक्षों को बुलाया गया है। वहीं चौदह जुलाई को होने वाली कार्यसमिति की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी भाग लेंगे।
लखनऊ में भाजपा की बैठक
समिति में किन विषयों पर चर्चा होगी? कितने सत्र रहेंगे? इसकी पूरी रूपरेखा लखनऊ में दो दिन की बैठक में बनेगी। इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। लोकसभा चुनाव दलितों और पिछड़ों के वोट कम क्यों मिले? कैसे उन्हें फिर से भाजपा के पाले में लाया जाए। कैसे भाजपा मिशन 2027 को ध्यान में रखकर काम करे। इसका रोड मैप इस बैठक में तय किया जाएगा। इस दौरान हारी हुई सीटों और वोट शेयर के कम होने को लेकर एक-एक सीट पर चर्चा की जाएगी। इसपर बात करने के लिए क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ क्षेत्रीय प्रभारियों और प्रदेश पदाधिकारियों को बुलाया गया है।
हार पर बीएल संतोष करेंगे बात
बीएल संतोष सरकार के मंत्रियों से भी बात करेंगे। यूपी सरकार में शामिल 16 मंत्री अपना ही क्षेत्र नहीं जीता सके। भाजपा की बैठक में लोकसभा चुनाव में हारी हुई सीटों पर चर्चा के साथ ही उपचुनाव की तैयारियों को लेकर भी चर्चा की जाएगी। बता दें कि साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा और भाजपा ने पूर्ण बहुमत से जीत दर्ज की थी। हालांकि लोकसभा चुनाव 2024 में ऐसा देखने को नहीं मिला। भाजपा 240 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई और फिर केंद्र में गठबंधन की सरकार बनाई गई है।