इंडिया गठबंधन के संयोजक बनने से नीतीश कुमार ने इनकार कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, संयोजक पद के लिए नीतीश के इनकार के बाद कुछ दलों ने लालू के नाम का प्रस्ताव दिया, इसपर नीतीश कुमार ने कहा कि अगर ऐसा है तो लालू जी को ही बना दीजिए ना। नीतीश ने कहा कि लालू यादव जी सबसे वरिष्ठ हैं तो उन्हें गठबंधन का संयोजक क्यों नहीं बनाया जाना चाहिए। सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार ने कहा कि कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है इसलिए गठबंधन का चेयरमैन कांग्रेस के नेता को बनाना चाहिए. मैं संयोजक नहीं बनना चाहता हूं. मैं गठबंधन के बिना भी विपक्ष की एकजुटता के लिए काम करूंगा।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष की बड़ी बात
वहीं, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा, संयोजक किसे बनाया जाए, ये मीडिया का एजेंडा हो सकता है लेकिन हमारे नेता विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं। पूरा देश हमारे नेता को विपक्ष के नेता के तौर पर देख रहा है। पूरा देश उम्मीद और विश्वास साथ नीतीश कुमार की ओर देख रहा हैं। हमारे नेता का एजेंडा संयोजक बनने नहीं है। हमारा एक ही एजेंडा है- भाजपा हटाओ- देश बचाओ। इंडिया गठबंधन ने अब बड़ा अकार ले लिया है, जिसे लेकर भाजपा को बेचैनी हो रही है। उनकी नींद हराम हो गई है। बीजेपी वालों को जनता सबक सिखा देगी।
अध्यक्ष के लिए मल्लिकार्जुन खरगे का नाम तय
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों ने इंडिया गठबंधन के अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खरगे का नाम तय किया है। गठबंधन की तरफ से शनिवार (13 जनवरी) को हुई वर्चुअल बैठक में कांग्रेस नेता को संयोजक बनाने का प्रस्ताव लाया गया था। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, एनसीपी चीफ शरद पवार, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता सीताराम येचुरी, तमिलनाडु के सीएम और डीएमके चीफ स्टालिन समेत 14 दलों के नेता शामिल हुए। बैठक से पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन का संयोजक बनने से इनकार कर दिया था।
नीतीश कुमार के इनकार के बाद दिल्ली में जदयू नेता संजय कुमार झा ने कहा, ''मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) चाहते थे कि गठबंधन का संयोजक कांग्रेस से ही हो।''
गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन की पिछली बैठक में ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पद के चेहरे के लिए मल्लिकार्जुन खरगे का नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसपर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी सहमति जताई थी।हालांकि, तब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पहले चुनाव जीतेंगेऔर फिर उसके बाद पीएम का उम्मीदवार तय करेंगे।