नई दिल्ली: लोकसभा में ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ पर चर्चा के दौरान जब राहुल गांधी बोल रहे थे, तब उस दौरान विपक्ष की तरफ से भी टोका-टोकी हो रही थी। इसी दौरान राहुल गांधी ने एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया जिसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि ऐसे शब्द का इस्तेमाल सदन में नहीं करना चाहिए।
'डर गए.. डर गए'
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में महिला आरक्षण का समर्थन किया और कहा कि इसे सदन से पास कराने के बाद तुरंत लागू करना चाहिए। परिसीमन और जणगणना का इंतजार नहीं करना चाहिए। इसी दौरान राहुल गांधी ने ओबीसी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार को चलाने वाले 90 सेक्रेट्री में से केवल तीन सेक्रेट्री ओबीसी हैं। इसी दौरान सत्ता पक्ष से टोका टोकी होने लगी। इस टोका-टोकी के बीच राहुल गांधी बार-बार बोल रहे थे-- "डर गए.. डर गए... डर गए...।"
ऐसे शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए-स्पीकर
राहुल गांधी के इस बयान के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पहले सबको शांत कराया और फिर कहा कि सदन के अंदर 'डर गए' जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसके बाद राहुल गांधी ने अपना संबोधन पूरा किया। उन्होंने अपने संबोधन में गौतम अडानी का मुद्दा भी उठाया। हालांकि राहुल गांधी के लिए यह मुद्दा नया नहीं था। हाल के दिनों में अपने हर संबोधन में वे अडानी का मुद्दा उठाते रहे हैं।