वायनाड की लोकसभा सीट 2019 के लोकसभा चुनावों में तब चर्चा में आई थी जब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी के साथ-साथ यहां से भी चुनाव लड़ने का फैसला किया था। राहुल गांधी ने यहां से पर्चा भरा और उनका फैसला सही साबित हुआ क्योंकि अमेठी में उन्हें स्मृति ईरानी के हाथों हार झेलनी पड़ी थी। 2024 के लोकसभा चुनावों में इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद थी क्योंकि राहुल के सामने सीपीआई की एनी राजा और बीजेपी के के. सुरेंद्रन ताल ठोक रहे थे। लेकिन जीत राहुल गांधी को मिली।
पिछले चुनावों में क्या थे नतीजे?
2019 के लोकसभा चुनावों की बात करें तो राहुल गांधी ने पहली बार इस सीट से ताल ठोकी थी। उन चुनावों में उनके सामने सीपीआई के पीपी सुनीर, बीडीजेएस के तुषार वेलापल्ली और एसडीपीआई के बाबू मणि थे। राहुल गांधी ने पीपी सुनीर को 4,31,770 मतों के भारी अंतर से हराया था। राहुल गांधी को 2019 में 7,06,367 वोट मिले थे जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी सुनीर 2,74,597 वोट ही जुटा पाए थे। तीसरे नंबर पर रहे तुषार वेलापल्ली को 78,816 वोट मिले थे।
2014 के लोकसभा चुनावों में भी इस सीट से कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस नेता एमआई शानवास ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सीपीआई के सत्यन मोकेरी को मात्र 20,870 मतों के अंतर से हराया था। बीजेपी के पीआर रसमिलनाथ इन चुनावों में तीसरे स्थान पर रहे थे। शानवास को 3,77,035 और मोकेरी को 3,56,165 वोट मिले थे , जबकि रसमिलनाथ को मात्र 80,752 वोटों से संतोष करना पड़ा था।