Highlights
- बंदरगाह और पुरातत्व विभाग के मंत्री अहमद देवरकोविल ने कासरगोड म्यूनिसिपल स्टेडियम में झंडा फहराया।
- तिरंगा झंडा फहराने के बाद मंत्री ने ध्वज को सलामी दी और उसके बाद भाषण देना शुरू कर दिया।
- कार्यक्रम को कवर करने के लिए वहां मौजूद कुछ मीडिया कर्मियों ने त्रुटि की ओर इशारा किया।
कासरगोड (केरल): केरल के एक मंत्री ने बुधवार को कासरगोड जिले में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान राष्ट्रीय ध्वज उल्टा फहरा दिया, जिससे राजनीतिक विवाद पैदा हो गया। विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने तिरंगे के प्रति अनादर दिखाने के लिए मंत्री के इस्तीफे की मांग की। यह घटना उस समय हुई जब वाम सरकार में बंदरगाह और पुरातत्व विभाग संभालने वाले मंत्री अहमद देवरकोविल ने बुधवार सुबह कासरगोड म्यूनिसिपल स्टेडियम में झंडा फहराया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) नीत लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) के सहयोगी इंडियन नेशनल लीग (INL) के नेता देवरकोविल जिला मुख्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।
किसी ने भी इस चूक पर ध्यान नहीं दिया
दिलचस्प बात यह है कि इस मौके पर मौजूद मंत्री, जनप्रतिनिधियों, पुलिस अधिकारियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों सहित किसी ने भी इस चूक पर ध्यान नहीं दिया। झंडा फहराने के बाद मंत्री ने ध्वज को सलामी दी और भाषण देना शुरू किया। इसी बीच कार्यक्रम को कवर करने के लिए वहां मौजूद कुछ मीडिया कर्मियों ने त्रुटि की ओर इशारा किया। फिर मंत्री तुरंत वापस आए, ध्वज को नीचे किया और सही ढंग से फिर से झंडा फहराया। इस बीच, बीजेपी के प्रदेश प्रमुख के. सुरेंद्रन ने देवरकोविल को तत्काल इस्तीफा देने के लिए कहा और मंत्री एवं राष्ट्रीय ध्वज का अनादर करने वाले संबंधित अधिकारियों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज किए जाने की मांग की।
‘तिरंगा उल्टा फहराने के बाद भी मंत्री ने सलामी दी’
सुरेंद्रन ने एक बयान में कहा, ‘यह गंभीर चिंता का विषय है कि तिरंगे को उल्टा फहराने के बाद मंत्री ने भी सलामी दी। यह हास्यास्पद है कि इतनी गंभीर गलती के बावजूद न तो मंत्री को और न ही अधिकारियों को गलती का अहसास हुआ।’ सुरेंद्रन ने मांग की कि राज्य के डीजीपी इस घटना की जांच के आदेश दें। इस अवसर पर मौजूद वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सांसद राजमोहन उन्नीथन ने घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया और उन्होंने राज्य सरकार से इस संबंध में कार्रवाई की मांग की।