कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी द्वारा 'मोदी सरनेम' पर टिप्पणी किए जाने के बाद कोर्ट द्वारा उन्हें 2 साल की सजा सुनाई गई जिसके बाद उनकी संसद सदस्यता को रद्द कर दिया गया है। इसी कड़ी में राहुल गांधी ने वीर सावरकर पर बयान दिया था। अब राहुल गांधी के इस बयान पर वीर सावरकर के परिवार की प्रतिक्रिया सामने आई है। वीर सावरकर के पोते रणजीत सावरकर ने राहुल गांधी के बयान पर कहा कि वीर सावरकर ने कभी माफी नहीं मांगी। राहुल गांधी को बताने की जरूरत नहीं है कि वो वीर सावरकर नहीं हैं। वे जवाहरलाल नेहरू के पाप को छिपाने के लिए सावरकर का नाम इस्तेमाल करते हैं।
गोबल्स की नीति अपना रहे राहुल गांधी
उन्होंने आगे कहा कि जिस परिवार ने देश तोड़ा वो क्या देश जोड़ेगा। गोबेल्स की नीति है जो हिटलर का प्रचार करता था कि झूठ 100 बार बोलो तो लोगों को सच लगेगा। सावरकर ने कहीं कभी माफी नहीं मांगी है। राहुल गांधी को मेरी चुनौती है कि वो इस बात को साबित करके दिखाएं। मैने कई सबूत पेश किए तब उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। दूसरी बात राहुल गांधी खुद सुप्रीम कोर्ट में कई बार माफी मांग चुके हैं। कांग्रेस असत्य को ही सत्य समझती है। लोगों के दिमाग में भी वही भरना चाहते हैं। राहुल गांधी गोबल्स नीति अपना रहे हैं।
नेहरू विभाजन के जिम्मेदार
रणजीत सावरकर ने आगे कहा कि सत्ता प्राप्ति के लिए किस हद तक जा रहे हैं दिख रहा है। भारत का छिपाया हुआ इतिहास लोगों के सामने आ रहा है। इस बात का उन्हें डर है कि सच सबको पता चल जाएगा। भारत के विभाजन के जिम्मेदार सिर्फ जवाहरलाल नेहरू ही हैं। 9 मई 1947 को विरोध किया था, वायसराय के साथ 36 घंटे में क्या हुआ कि नेहरू ने अपनी भूमिका बदल ली, जिसके सबूत अब सामने आ रहे हैं। गांधी परिवार के पाप को भुलाने के लिए यह सब कहा जा रहा है। जनबूझकर सावरकर का नाम लेकर अपने पाप छिपा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस परिवार ने देश तोड़ा, एलटीटी में राजीव गांधी ने क्या किया, इंदिरा गांधी ने पंजाब में क्या किया, इस देश को उन्होंने तोड़ा है। वो जोड़ने की बात ना ही करे। उनके बयान को लेकर मैने पुलिस में शिकायत दी है।