कॉमेडियन श्याम रंगीला ने बीते दिनों वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। वाराणसी लोकसभा सीट पीएम नरेंद्र मोदी खुद चुनाव लड़ रहे हैं। श्याम रंगीला ने बीते दिनों एक वीडियो जारी करते हुए कहा था कि मैं अपने मन की बात करने जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहा हूं। लोगों के पास विकल्प मौजूद हो इसलिए मैं चुनाव लड़ रहा हूं। इस बीच वाराणसी पहुंचे श्याम रंगीला को अब 10 प्रस्तावक तक नहीं मिल रहे हैं। दरअसल श्यान रंगील को नामांकन फॉर्म नहीं दिया गया है, क्योंकि उनके पास 10 प्रस्तावक नहीं थे।
श्याम रंगीला को नहीं मिल रहे 10 प्रस्तावक
इस बाबत श्याम रंगीला ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया। इस पोस्ट को शेयर करते हुए श्याम रंगीला ने लिखा, 'वाराणसी में नामांकन फॉर्म प्राप्त करने की प्रक्रिया इतनी जटिल कर दी गई है कि फॉर्म लेना बहुत ज़्यादा मुश्किल हो गया है, घंटों लाइन में लगने के बाद चुनाव कार्यालय से कहा गया कि आप दस प्रस्तावकों के आधार कार्ड की कॉपी (हस्ताक्षर समेत) और उनके फोन नंबर पहले दीजिए तभी फॉर्म के लिये ट्रेजरी चालान फार्म मिलेगा। जबकि ऐसा कोई प्रावधान चुनाव आयोग के नियमों में नहीं है। मैं माननीय चुनाव आयोग से प्रार्थना करता हूं कि वो वाराणसी जिला प्रशासन को उचित दिशानिर्देश देकर, इस देश के लोकतंत्र में हमारे विश्वास को मजबूती दें।'
श्याम रंगीला ने क्या दिया बयान?
श्याम रंगीला के इस पोस्ट को शेयर करने के बाद लोगों द्वारा कमेंट करके कहा जाने लगा कि श्याम रंगीला के पास 10 प्रस्तावक नहीं हैं और वो चले हैं चुनाव लड़ने। इसके बाद श्यान रंगीला ने एक अन्य पोस्ट शेयर किया। इसे शेयर करते हुए श्याम रंगीला ने लिखा, 'देशवासियों को जानकारी के लिए बता दें कि हमारे पास दस प्रस्तावक है लेकिन उनकी जानकारी नामांकन फॉर्म मिलने के बाद ,उसे भरकर जमा करवाते समय ही चुनाव आयोग को दी जाती है, लेकिन यहां ये जानकारी हमसे फॉर्म देने से पहले ही मांग रहे है, क्यों? नियमों के विपरीत हमारे प्रस्तावकों की जानकारी फॉर्म से पहले ही प्राप्त करके इनका आगे का इरादा क्या है ? हम क्यों चुनाव आयोग के नियमों के विपरीत चलें ?'