बिहार सरकार की ओर से जातिगत जनगणना की रिपोर्ट जारी करने के बाद से इस मुद्दे पर देशभर में सियासत गरमाई हुई है। विभिन्न विपक्षी दलों समेत भाजपा के भी सहयोगी दल भी जातिगत जनगणना का समर्थन कर रहे हैं। अब इस जनगणना का समर्थन करने वालों में भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का नाम भी जुड़ गया है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा।
क्या बोले केशव?
बिहार सरकार की ओर से जारी की गई जातिगत जनगणना की रिपोर्ट के समर्थन या विरोध में अब तक उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने कोई बड़ा रिएक्शन नहीं दिया है। हालांकि, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि वह व्यक्तिगत तौर पर जातिगत जनगणना का विरोध नहीं करते हैं। मौर्या ने कहा- "मैं व्यक्तिगत तौर पर जातिगत जनगणना का विरोध नहीं करता हूं। मैं इसका समर्थन करता हूं"।
विपक्ष से सवाल
जातिगत जनगणना का समर्थन करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्षी दलों से कई तीखे सवाल भी पूछ लिए। उन्होंने पूछा कि आज जो पर्टियां जातिगत जनगणना की बात कर रही हैं जब वे सत्ता में थीं तब उन्होंने उन जातियों के लिए क्या किया? गरीब, अनपढ़ व अन्य का जीवन स्तर क्यों नहीं सुधरा? उन्होंने कहा कि इन सब बातों का अगर कोई अपराधी है तो वह सपा, बसपा और कांग्रेस है।
पीएम मोदी दे चुके रिएक्शन
बता दें कि मंगलवार को पीएम मोदी ने भी इशारों में जातिगत जनगणना की मांग पर रिएक्शन दिया था। छ्त्तीसगढ़ में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर देश के हिंदुओं को बांटकर, भारत को तबाह करने की कोशिश का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को पर्दे के पीछे से वो लोग चला रहे हैं, जिनकी देश विरोधी ताकतों से साठगांठ है। पीएम ने कहा कि इस देश में अगर कोई सबसे बड़ी आबादी है, तो वह आबादी गरीब है। इसलिए मेरे लिए गरीब ही सबसे बड़ी आबादी है और गरीब का कल्याण हो यही मेरा मकसद है।
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