मध्य प्रदेश की धार लोकसभा सीट से जीत हासिल करने वाली महिला आदिवासी नेता सावित्री ठाकुर को केंद्र सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में उन्हें केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है। सावित्री ठाकुर 2014 में पहली बार सांसद बनीं थीं। 2019 में उनका टिकट कट गया था। इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने जीत हासिल की और मंत्री पद भी दिया गया। केंद्रीय महिला बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने अपने राजनीतिक जीवन में संघर्ष को लेकर इंडिया टीवी से खास बातचीत की है।
संघर्ष के दिनों को किया याद
केंद्र में राज्य मंत्री बनीं सावित्री ठाकुर ने राजनीति में अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहा, 'एसटीडी बूथ पर बैठी हूं। पैदल चल चल कर महिलाओं को संगठित किया है। मध्य में प्रदेश हमने भ्रूण हत्या रोकने के लिए लाडली लक्ष्मी जैसी योजना के माध्यम से कई मामले रोके हैं। लाडली बहन तो है ही लाडली लक्ष्मी भी है। कई ऐसी बेटियां हैं, जिन्हें हमने पढ़ाई के लिए प्रेरित किया है।'
महिलाओं को 5 रुपये की बचत करना सिखाया
उन्होंने कहा कि महिलाओं के बीच में रहकर जब महिलाएं बात नहीं करती थीं। तब उन्होंने 5 रुपये की बचत करना सिखाया। हमने उसे समय बहुत संघर्ष किया है। किसी कार्यक्रम के लिए महिलाओं को इकट्ठा करने में पसीना आ जाता था। अपने राजनीतिक करियर को लोकर उन्होंने कहा कि वह दूसरी बार संसद बनी हैं। पूर्व में वह जिला पंचायत अध्यक्ष भी रही हैं। सावित्री ठाकुर ने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि महिलाओं के बीच में संघर्ष को देखते हुए उन्होंने मुझे महिला बाल विकास दिया है।
पीएम मोदी को देश चलाने का अनुभव
सावित्री ने कहा,' पीएम मोदी ने वही गुरु मंत्र दिया है, जो सबको दिया है। हम देश के लिए बने हैं। हमारी टीम का अनुभव काफी है। मेरा सौभाग्य है। मैं ऐसी टीम में हूं। पीएम नरेंद्र मोदी जी को देश चलाने के बहुत प्रकार के अनुभव हैं।' राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर ने कहा, 'महिलाओं के लिए हमने पहले भी बहुत सारा काम किया है। इसलिए कोई दिक्कत नहीं होगी। आगे भी हम अच्छा काम करेंगे। कल मैं और मंत्री जी बैठकर अपना काम शुरू करेंगे। मेरा जिला आदिवासी बाहुल्य है। मैं अच्छा क्या कर सकती हूं? इसकी कोशिश करूंगी। मैं और कैबिनेट मंत्री साथ मिलकर काम करेंगे।'
8-10 साल NGO में किया काम
सावित्री ठाकुर ने कहा कि उन्होंने एनजीओ में 8 से 10 साल तक काम किया है। महिला कोऑर्डिनेटर से लेकर आंगनवाड़ी महिला बाल विकास की महिलाएं तक जानती हैं। वह पैदल चल-चल कर महिलाओं को संगठित किया है। क्षेत्र में बच्चों के लिए विकास किया है। क्षेत्र की महिलाओं ने देखा है कि कैसे आगे आना है? यह सब मैंने देखा है।
लाडली बहन तो है ही लाडली लक्ष्मी भी
उन्होंने कहा, 'मैं चाहूंगी कि हमारे मध्य प्रदेश में भ्रूण हत्या पर बहुत सारी रोक लगाई जाए। शिवराज जी जब मुख्यमंत्री थे सबसे पहले हमने भ्रूण हत्या रोकने के लिए लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजना के माध्यम से कई मामले रोके। लाडली बहन तो है ही लाडली लक्ष्मी भी है। कई ऐसी बेटियां हैं, जिन्हें हमने पढ़ाई के लिए प्रेरित किया है। आठवीं पास करके जो आती हैं। उन्हें साइकिल दी है। लाडली बहनों को लाडली लक्ष्मी को प्रोत्साहन दिया है। अगर वह अच्छे नंबर से पास होती हैं। कलेक्टर इंजीनियर बनो तो हमारी सरकार ने उन्हें विदेश जाने तक के लिए प्रेरित किया है'
महिलाओं को इकट्ठा करने में आ जाता था पसीना
संघर्ष के शुरुआती दिनों को याद करते हुए राज्य मंत्री ने कहा, 'एसटीडी बूथ पर बैठने का थोड़े दिन का अनुभव है। मैंने यह कभी नहीं सोचा था। मैं समाज सेवा में थी। महिलाओं के बीच में रहकर जब महिलाएं बात नहीं करती थी। मैंने 5 रुपये की बचत करना सिखाया। हमने उस समय बहुत संघर्ष किया है। महिलाओं को इकट्ठा करने में हमें पसीना आ जाते थे। आज तो महिलाएं सब जानने लगी हैं। हमने महिलाओं को आरक्षण दिया है। मध्य प्रदेश में पंचायतों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण है। मैं जिला पंचायत अध्यक्ष भी रही। इसलिए मुझे पता है महिलाएं बहुत मात्रा में आगे आई हैं। महिलाएं आज एक-एक करोड़ का खुद का फाइनेंस करती हैं। मेरा जहां तक अनुभव है। मैं उस अनुभव को फायदा लेते हुए क्षेत्र में बहुत अच्छे तरीकों से काम करूंगी। महिलाओं को कोई कठिनाई नहीं आना चाहिए।'
राज्य मंत्री ने कहा,'पीएम मोदी ने जो सबको गुरु मंत्र दिया है। उन्होंने वही गुरु मंत्र हमें भी दिया है। उन्होंने कहा कि हम देश के लिए बने हैं। हमारी टीम का अनुभव काफी है। मेरा सौभाग्य है, मैं ऐसी टीम में हूं। पीएम मोदी को देश चलाने का बहुत प्रकार का अनुभव है। देश चलाने की उनकी टीम में हूं। इस बात की बहुत खुशी है.अनुभवी व्यक्ति के साथ रहकर मैं देश सेवा करूंगी।'