पीएम मोदी की सरकार में केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बुधवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर तीखा निशाना साधा है। कुमारस्वामी ने कहा है कि सिद्धारमैया ने अपने खिलाफ आरोपों के मामले में इस्तीफा नहीं दिया है लेकिन यदि जरूरत पड़ी तो मैं स्वेच्छा से इस्तीफा दे दूंगा। आपको बता दें कि सीएम सिद्धारमैया ने मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण भूमि आवंटन घोटाला मामले में अपने खिलाफ जांच को लेकर नाराजगी जताई थी और कहा था कि राज्यपाल कुमारस्वामी के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति नहीं दे रहे हैं।
क्या बोले थे सिद्धारमैया?
मुख्यमंत्री ने बुधवार को दोहराया कि कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने जल्दबाजी में उनके खिलाफ जांच और अभियोजन की मंजूरी दी। राज्यपाल पर उनके साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि कुमारस्वामी के खिलाफ मुकदमा चलाने की लोकायुक्त की सिफारिश नवंबर 2023 से गहलोत के पास लंबित है।
कुमारस्वामी ने दिया जवाब
सिद्धारमैया के आरोपों पर जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि श्री साईं वेंकटेश्वर मिनरल्स से संबंधित कथित घोटाले के सिलसिले में सिद्धारमैया को उनके खिलाफ शीर्ष अदालत जाने से कौन रोक रहा है। आपको बता दें कि कुमास्वामी पर पर 2007 में मुख्यमंत्री रहते हुए कानून का उल्लंघन करते हुए कथित तौर पर निजी कंपनी को खनन पट्टा प्रदान करने का आरोप है।
तो मैं स्वेच्छा से इस्तीफा दूंगा- कुमारस्वामी
केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री कुमारस्वामी ने सीएम सिद्धारमैया पर निशाना साधते हुए कहा कि आप इस्तीफा नहीं दे रहे लेकिन इसके विपरीत अगर जरूरत पड़ी तो मैं स्वेच्छा से इस्तीफा दे दूंगा। उन्होंने कहा कि क्या आपको नहीं लगता कि मैं 2018 में मुख्यमंत्री रहते हुए अपने खिलाफ मामले बंद कर सकता था? कुमारस्वामी ने कहा कि कर्नाटक के मंत्रियों को राज्यपाल के खिलाफ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने पर शर्म आनी चाहिए। कांग्रेस उनके खिलाफ एक और मामला दर्ज कर रही है, लेकिन वह इससे डरते नहीं हैं। (इनपुट: भाषा)
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