केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज चंडीगढ़ के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने यहां से विपक्ष पर निशाना साधा। अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश की पुरानी पार्टी के नेता (राहुल गांधी) खड़े होकर संवैधानिक पद का मजाक बना रहे थे। उन्होंने कहा, भाजपा ने कभी संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का अपमान नहीं किया। लेकिन इन लोगों ने विपक्ष के नाम पर देश के संवैधानिक पदों का मजाक बनाया और इन महत्वपूर्ण बिलों की डिबेट में भी शामिल नहीं हुए। अगले साल 22 दिसंबर से पहले ये कानून पूरे देश के केंद्र शासित प्रदेशों में लागू कर दिए जाएंगे।
चंडीगढ़ से विपक्ष पर बरसे अमित शाह
केंद्रीय मंत्री ने चंडीगढ़ में अपने संबोधन में कहा कि चंडीगढ़ एक मायने में अपने आप में कंप्लीट शहर है। आधुनिक शहर की कल्पना के साथ इस शहर को बनाया गया है। लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से अब और शहर भी स्मार्ट बन रहे हैं। ऐसे में चंडीगढ़ को प्रतिस्पर्धा में बने रहना होगा। उन्होंने कहा, 'चंडीगढ़ पुलिस ने मेरी ई-बीट की सोच को असल में उतारा और आज कई राज्यों में ये कांसेप्ट यहीं के आधार पर चल रहा है। डीजीपी कॉन्फ्रेंस में मैंने युवाओं को तकनीकी समाधान में जोड़ने के लिए कहा था, आज उन युवाओं को हमने पुरस्कृत किया है।'
विपक्ष ने बहाने से संसद का किया बहिष्कार
अमित शाह ने कहा कि डीआरडीओ ने तकनीक को बढ़ाने के लिए बेहतरीन काम किया है। संसद में तीन क्रिमिनल लॉ को हमने लागू किया है। इंटीग्रेटेड क्रिमिनल सॉफ्टवेयर से पूरे देश की राज्यों की पुलिस को जोड़ने का मूल हमने इसमें डाला है।
ये लागू होने के बाद पूरे देश में क्रिमिनल केस का निपटारा तीन साल के अंदर होगा। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि बिल बनाकर गृह विभाग की स्टैंडिंग कमेटी को दिया और उनके संसोधन के आधार पर हमने बदलाव किए। हमने प्रयास किया कि विपक्ष के विचार भी इसमें आए। लेकिन विपक्ष ने बहाने बनाकर सदन का बहिष्कार कर दिया और बाहर जाकर उपराष्ट्रपति की मिमिक्री कर रहे थे।