आंध्र प्रदेश में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। पूर्व सीएम और तेलगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को पुलिस ने 9 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद तेलगु देशम पार्टी के कार्यकर्ताओं में रोष है। वह अपने नेता को छुड़ाने के लिए विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बाबत चिलकलुरिपेट में महौल बहुत तनावपूर्ण हो गया है। कर्यकर्ताओं ने चंद्रबाबू को ले जा रहे काफिले को रोक दिया। चंद्रबाबू को विजयवाड़ा ले जाया जा रहा है ताकि उन्हें कोर्ट में पेश किया जा सके। कार्यकर्ता पिछले सवा घंटे से अधिक समय से गाड़ी लेकर कतार में खड़े हैं। ताकी चंद्रबाबू को चिलकलुरिपेट निर्वाचन क्षेत्र में ले जाया जा सके।
हाईवे पर धरना देने बैठे लोग
बता दें कि, चंद्रबाबू की गिरफ्तारी के खिलाफ पूर्व मंत्री पुल्लाराव के नेतृत्व में हजारों टीडीपी कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और नेशनल हाईवे पर धरना देने लगे। धरना दे रहे लोगों की वजह से ट्रैफिक जाम हो गया। वहीं, धरना में शामिल महिलाओं को पुलिस ने वहां से नकालने का प्रयास किया। इससे पहले चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश अपने पिता से मिलने के लिए पहुंचे थे। जब उन्हें अपने पिता से नहीं मिलने दिया गया तो नारा लोकेश भी सड़क पर ही बैठ गए और धरना देने लगे।
भ्रष्टाचार के मामले में चंद्रबाबू हुए थे गिरफ्तार
चंद्रबाबू नायडू को कौशल विकास कॉर्पोरेशन घोटाला मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस बाबत सीआईडी की तरफ से नायडू को अरेस्ट वारंट जारी किया गया था। इस मामले में चंद्रबाबू नायडू आरोपी हैं और कुछ दिन पहले ही उन्होंने यह दावा किया था कि उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। इस मामले पर अब चंद्रबाबू नायडू ने सफाई देते हुए कहा है कि मैंने कोई कदाचार या भ्रष्टाचार नहीं किया है। सीआईडी ने बिना किसी उचित जानकारी के ही मुझे कर लिया है। मैंने उनसे सबूत दिखाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने सबूत दिखाने से इनकार कर दिया और मेरी भूमिका के बिना मेरा नाम एफआईआर में जोड़ दिया है।
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