नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि राष्ट्रपति को संसद की नवनिर्मित इमारत का उद्घाटन करना चाहिए, न कि प्रधानमंत्री को। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 मई को संसद के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करने वाले हैं। लोकसभा सचिवालय ने बताया था कि नवनिर्मित भवन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी से भेंट कर उनसे इसका उद्घाटन करने का आग्रह किया था।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर की अपील
आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति जी को करना चाहिए, प्रधानमंत्री को नहीं।’’ बता दें कि संसद के नए भवन के उद्घाटन के लिए 28 मई की तारीख तय की गई है। उसी दिन हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकर की जयंती है और कई विपक्षी दलों ने इसे लेकर सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने इसे राष्ट्र निर्माताओं का ‘अपमान’ करार दिया है।
इससे पहले भाजपा आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट किया था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई 2023 को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे, जो भारत के महान सपूत विनायक दामोदर सावरकर की 140वीं जयंती भी है। उन्होंने कहा था कि वीर सावरकर का जन्म 28 मई 1883 को भागुर में हुआ था।
150 सालों तक चलने के लिए डिजाइन किया गया
गौरतलब है कि नई संसद को कम से कम 150 सालों तक चलने के लिए डिजाइन किया गया है। वर्तमान परिसर 100 सालों से अस्तित्व में है। त्रिकोणीय आकार के नए संसद भवन का निर्माण 15 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था और इसे अगस्त 2022 तक पूरा किया जाना था। टाटा प्रोजेक्ट्स ने 970 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से संसद भवन का निर्माण किया है।
1,272 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था
लोकसभा सचिवालय द्वारा संसद भवन पर तैयार की गई पुस्तिका के अनुसार, नये संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी और राज्यसभा में 384 सदस्य बैठ सकेंगे। संयुक्त सत्र के दौरान सदन में 1,272 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी। प्रधानमंत्री ने 10 दिसंबर 2020 को संसद के नए भवन की आधारशिला रखी थी।
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