बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बीते दिनों छुट्टी पर चल रहे थे। अब जब वे छुट्टी से लौटे तो उन्होंने रविवार को प्रेस को संबोधित करते हुए भाजपा पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ सीबीआई का आरोपपत्र अपने विरोधियों की प्रतिष्ठा को धूमिल करने की भाजपा की रणनीति का एक हिस्सा है। सत्तारूढ़ महागठबंधन के भीतर दरार की अटकलों को उन्होंने खारिज कर दिया। इन अटकलों के लिए उन्होंने भाजपा के प्रवक्ता के रूप में काम करने वाले मीडिया संस्थानों को जिम्मेदार बताया।
भाजपा को मिलेगा करारा जवाब
तेजस्वी यादव जब पटना एयरपोर्ट पहुंचे तो इस दौरान उनके पिता व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी उनके साथ वहां मौजूद थे। हालांकि लालू प्रसाद यादव ने इस बाबत कोई टिप्पणी नहीं की। तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि जब से हमने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाथ मिलाया है तब से ही भाजपा घबराई हुई है। मेरे खिलाफ मामले में कोई दम नहीं है। हम सभी इस खेल को अच्छी तरह समझते हैं। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को करार जवाब मिलेगा।
विपक्षी दलों की मीटिंग
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में विपक्षी दलों की पहली मीटिंग हो चुकी है। अगली मीटिंग का आयोजन पहले शिमला में किया जाना था। लेकिन शरद पवार ने बताया कि विपक्षी दलों की अगली मीटिंग बेंगलुरू में होने वाली है। पटना में हुई विपक्षी दलों की मीटिंग में कई विपक्षी दलों के प्रमुख नेता पहुंचे थे। यहां उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने की बात कही थी।
(इनपुट-भाषा)
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