तेलुगु देशम पार्टी ने सत्यवेदु विधायक कोनेटी आदिमुलम को पार्टी से निलंबित कर दिया है। कोनेटीस पर टीडीपी की ही एक महिला नेता ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू से आरोपी विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की थी। शिकायत पर प्रतिक्रिया देते हुए टीडीपी के शीर्ष नेतृत्व ने विधायक के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की। आंध्र प्रदेश टीडीपी अध्यक्ष पल्ला श्रीनिवास राव ने आरोपों के सामने आने के कुछ ही घंटों बाद गुरुवार को एक बयान जारी कर आदिमुलम को पार्टी से निलंबित करने की घोषणा की।
66 वर्षीय आदिमुलम ने तिरुपति जिले के सत्यवेदु विधानसभा क्षेत्र से हाल ही में टीडीपी टिकट पर चुनाव जीता था। उनके खिलाफ लगे आरोपों ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। पीड़ित टीडीपी कार्यकर्ता ने विधायक पर पिछले कुछ महीनों से लगातार उत्पीड़न और यौन शोषण का आरोप लगाया है।
पीड़िता ने सुनाई आपबीती
मीडिया प्रतिनिधियों से बात करते हुए पीड़िता ने अपनी आपबीती सुनाई। उसने कहा "शुरू में वह मुझे चुनाव प्रचार और पार्टी से जुड़े दूसरे कामों के लिए बुलाता था। हालांकि, मुझे जल्द ही एहसास हो गया कि उसके इरादे पेशेवर नहीं थे। वह मुझे लगातार कॉल करता था, कभी-कभी तो एक रात में 100 बार तक। एक बार तो उसने मुझे तिरुपति के एक होटल में बुलाया और मुझे यौन क्रियाओं के लिए मजबूर किया।" महिला ने आरोप लगाया कि आदिमुलम ने उसे धमकी दी कि अगर उसने उसके कुकर्मों के बारे में किसी को बताया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उसने बताया, "उसने मुझे और मेरे परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी अगर मैंने कुछ भी बताया। विधायक के रूप में उसके पद को देखते हुए, मैं अपने परिवार की सुरक्षा के डर से चुप रही।"
अन्य महिलाओं के लिए चिंता
पीड़िता ने कहा कि उसने सच्चाई सबके सामने रखने का फैसला किया। क्योंकि आदिमुलम का व्यवहार लगातार असहनीय होता जा रहा था। उसने सत्यवेदु निर्वाचन क्षेत्र की अन्य महिलाओं के लिए भी चिंता व्यक्त की। महिला नेता ने कहा "उम्मीद है कि मेरा यह फैसला बाकी महिलाओं को ऐसे किसी नेता का शिकार होने से बचाएंगे।"
पाला बदलकर टीडीपी में शामिल हुए थे आदिमुलम
आदिमुलम ने इससे पहले 2019 का चुनाव वाईएसआरसी उम्मीदवार के तौर पर जीता था। हाल ही में हुए चुनावों में वाईएसआरसी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद उन्होंने टीडी का दामन थाम लिया था।