तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने शुक्रवार को पार्टी नेता और तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन से चेन्नई में उनके घर पर मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद दोनों नेताओं के बीच मतभेद की अटकलें लगाई जा रही हैं। दोनों नेताओं की बैठक के बाद तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, 'मुझे डॉक्टर तमिलिसाई सुंदरराजन से मिलकर खुशी हुई, जो पार्टी की सीनियर नेताओं में से एक हैं। तमिलिसाई ने पहले तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष के रूप में अच्छा काम किया है। उनका राजनीतिक अनुभव और सलाह पार्टी के विकास को प्रेरित करती रहती है।'
लक्ष्मण रेखा को न करें पार
राज्य में पार्टी की सीनियर नेता और पूर्व राज्यपाल तमिलसाई से मुलाकात करने के बाद अन्नामलाई ने मीडिया से भी बात की। लोकसभा चुनाव के दौरान तमिलनाडु बीजेपी नेताओं के अंदर हुए मनमुटाव पर अन्नामलाई ने कहा, 'बीजेपी एक लोकतांत्रिक पार्टी है और लोग अपनी राय व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र हैं।' साथ ही उन्होंने ये भी माना कि चुनाव के दौरान कुछ बयान सही नहीं थे। उन्होंने कहा, ' मैंने किसी को चुप नहीं कराया है। मैं ऐसा नेता हूं जो चाहता है कि हर कोई बोले, बशर्ते आप उस लक्ष्मण रेखा को पार न करें।'
अमित शाह के साथ का वीडियो हुआ था वायरल
बता दें कि 9 जून को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वायरल वीडियो में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक मंच पर सुंदरराजन को डांटते हुए दिखाई दिए। यह वीडियो आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के शपथ ग्रहण समारोह का था। वायरल वीडियो में दिख रहा था कि गृह मंत्री अमित शाह गुस्से में उनसे कुछ कह रहे थे। वायरल वीडियो पर सुंदरराजन ने कहा था कि अमित शाह उन्हें राजनीतिक और लोकसभा क्षेत्र के काम को गहनता से करने की सलाह दे रहे थे।
बीजेपी कर सकती थी बेहतर प्रदर्शन
वहीं, लोकसभा चुनाव के आए नतीजों के बाद सुंदरराजन ने कहा था कि अगर पार्टी AIADMK के साथ गठबंधन में होती तो तमिलनाडु में बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी। उन्होंने AIADMK के एक नेता का खुलकर समर्थन किया, जिन्होंने चुनाव के दौरान आरोप लगाया था कि अन्नामलाई ही बीजेपी-AIADMK के बीच अलगाव का कारण थे ।
मालूम हो कि सितंबर 2023 में AIADMK ने बीजेपी के साथ अपने गठबंधन तोड़ लिया था। इसके पीछे की वजह अन्नामलाई की AIADMK के पूर्व नेताओं के बारे में अनावश्यक टिप्पणी बताया गया था।