
तमिलनाडु की राजनीति में द्रमुक और भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा ने शराब की खुदरा सरकारी दुकानों (TASMAC) में कथित अनियमितताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था। हालांकि, इससे पहले सोमवार को ही तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष के अन्नामलाई समेत पार्टी के कई पदाधिकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने कथित 1,000 करोड़ रुपये की अनियमितताओं के खिलाफ शहर में TASMAC के मुख्यालय पर धरना देने का ऐलान किया था। बता दें कि हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस कथित घोटाले के बारे में दावा किया है। पुलिस ने सोमवार को अन्नामलाई को उनके समर्थकों के साथ उनके घर के पास से हिरासत में लिया है।
क्या है ईडी का आरोप?
ED का दावा है कि TASMAC के प्रबंधन में कई अनियमितताएं पता लगी हैं। इसमें निविदा प्रक्रियाओं में हेरफेर और डिस्टिलरी कंपनियों के माध्यम से 1,000 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी लेनदेन शामिल हैं। केंद्रीय एजेंसी ईडी ने दावा किया था कि बीते 6 मार्च को TASMAC के कर्मचारियों, डिस्टिलरी के ऑफिस और संयंत्रों पर छापेमारी के बाद उसे ये सबूत मिले हैं।
भाजपा विरोध जारी रखेगी- अन्नामलाई
अन्नामलाई ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया है कि पुलिस ने तमिलिसाई सुंदरराजन सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को घर में नजरबंद कर दिया है। इसके अलावा पार्टी की महिला मोर्चा प्रमुख एवं कोयंबटूर दक्षिण विधायक वनथी श्रीनिवासन, पार्टी नेता विनोज पी सेल्वम और अमर प्रसाद रेड्डी जैसे अन्य पदाधिकारियों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। अन्नामलाई ने कहा है कि TASMAC में 1000 करोड़ रुपये की अनियमितताएं हुई हैं। भाजपा इस मामले पर विरोध जारी रखेगी। (इनपुट: भाषा)
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