Highlights
- अधिकारी ने संकेत दिया कि राजस्थान और झारखंड राज्यों पर बीजेपी की नजर है
- देखते हैं कि पश्चिम बंगाल में क्या होता है, कुछ भी बेकार नहीं जाएगा- अधिकारी
- बीजेपी सत्ता हथियाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार- TMC
Suvendu Adhikari: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के समर्थन से महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद पश्चिम बंगाल में भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को संकेत दिया कि राजस्थान और झारखंड जैसे विपक्षी दलों के शासन वाले राज्यों पर पार्टी की नजर है। अधिकारी ने यह भी विश्वास जताया कि उनकी पार्टी 294 सदस्यीय विधानसभा में 200 से अधिक सीट जीतने के साथ पश्चिम बंगाल में अगली सरकार बनाएगी। भाजपा नेता ने पूर्वी वर्द्धमान जिले के कटवा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आप सभी ने देखा कि महाराष्ट्र में क्या हुआ है। यह अंतिम नहीं है। झारखंड में भी ऐसा ही होगा। हम जल्द ही सरकार बदल देंगे। राजस्थान का भी वही हाल होगा, अगले साल जब वहां विधानसभा चुनाव होगा, हम जीतेंगे।’’
'देखते हैं कि पश्चिम बंगाल में क्या होता है, कुछ भी बेकार नहीं जाएगा'
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘‘देखते हैं कि पश्चिम बंगाल में क्या होता है। कुछ भी बेकार नहीं जाएगा। हम सब जानते हैं कि राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार हो रहे हैं। अपने आप में विश्वास रखें। हम राज्य में 200 से अधिक सीट के साथ अगली सरकार बनाएंगे।’’ अधिकारी ने हाल में कहा था कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेतृत्व वाली सरकार का भी महाराष्ट्र जैसा ही हश्र होगा और उसका कार्यकाल बहुत पहले खत्म हो जाएगा।
TMC ने की आलोचना
अधिकारी की टिप्पणी की टीएमसी ने तीखी आलोचना की थी, जिसने भाजपा पर शिवसेना में बगावत को भड़काने का आरोप लगाया था। अधिकारी पर निशाना साधते हुए टीएमसी के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा पिछले साल विधानसभा चुनाव में हार के सदमे से उबर नहीं पाई है और ऐसा लगता है कि वह सत्ता हथियाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है।
शिवसेना में चौथी फूट के बाद महाराष्ट्र में अब शिंदे राज
महाराष्ट्र में एक सप्ताह से अधिक समय से चल रही राजनीतिक उथल-पुथल को समाप्त करते हुए शिंदे ने 30 जून को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। हालांकि सभी को यही उम्मीद थी कि महाराष्ट्र का सीएम देवेंद्र फडणवीस को बनाया जाएगा और उपमुख्यमंत्री का पद एकनाथ शिंदे संभालेंगे। लेकिन शिंदे को सीएम पद की शपथ दिलाई गई। लोगों को थोड़ा आश्चर्य भी हुआ। फड़णवीस के सरकार में शामिल ना होने से कई सवाल उठने लगे थे, जिसको पार्टी के केंद्रिय नेतृत्व ने एक दम संभाल लिया और नेतृत्व के कहने पर फड़णवीस ने भी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के तौर शपथ ली। खैर जो भी हो आखिर शिंदे शिवसेना से बगावत कर महाराष्ट्र के सिंहासन तक पहुंच ही गए।