Highlights
- सदन के नेता पीयूष गोयल ने निलंबित सांसदों से माफी की मांग की थी
- सरकार की तरफ से कांग्रेस,तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना और माकपा को निमंत्रण भेजा गया है
- विपक्ष- 12 राज्यसभा सदस्यों को मनमाने तरीके से निलंबित किया गया
नयी दिल्ली: विपक्ष ने रविवार को राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन के मुद्दे को हल करने के लिए सरकार द्वारा चार दलों के नेताओं को भेजे गए निमंत्रण को खारिज कर दिया है। सूत्रों ने ये जानकारी दी है। राज्यसभा में नेता पीयूष गोयल द्वारा सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर चर्चा और इसके समाधान के लिए बैठक के आह्वान के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार सुबह बैठक के लिए चार राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया था।
लेकिन, विपक्ष के उच्च स्तरीय सूत्रों ने बताया है कि वे सोमवार सुबह राज्यसभा में नेता पीयूष गोयल द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। सूत्रों के मुताबिक सरकार की तरफ से कांग्रेस,तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना और माकपा को निमंत्रण भेजा गया है। यह बैठक सोमवार सुबह 10 बजे बुलाई गई है।
राज्यसभा में दूर होगा गतिरोध ? निलंबित सांसदों के मुद्दे पर आज सरकार और विपक्ष में होगी बात
लेकिन विपक्ष का कहना है कि चार दल जिनके सांसदों को निलंबित किया गया है समूचा विपक्ष नहीं हैं। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जोशी को लिखे पत्र में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने सभी विपक्षी नेताओं के बजाय केवल चार दलों को आमंत्रित किया।
तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट किया, '' एक ऐसी सरकार का सोमवार सुबह का 'स्टंट' जोकि संसद को संचालित नहीं होने देना चाहती। सरकार ने उन चार दलों के नेताओं को बुलाया है जिनके 12 राज्यसभा सदस्यों को मनमाने तरीके से निलंबित कर दिया गया।''
इनपुट- भाषा