रांची: झारखंड में ED के एक्शन के बाद बड़ा सियासी संकट खड़ा हो गया है। सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। प्रदेश में जारी सियासी संकट के समाधान के लिए आज हेमंत सोरेन ने JMM विधायक दल की बैठक बुलाई है। यह बैठक शाम साढ़े 4 बजे सीएम आवास पर होगी जिसमें नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा होगी। वहीं, बीजेपी नेता निशिकांत दुबे का दावा है कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना को सीएम की कुर्सी पर बैठाने की प्लानिंग कर रहे हैं, हालांकि मुख्यमंत्री ने इन खबरों को गलत बताया है।
बीजेपी ने CM सोरेन पर लगाए गंभीर आरोप
बीजेपी का आरोप है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 70 हजार करोड़ के घोटाले में मुख्य भूमिका निभाई है। पार्टी का कहना है कि सोरेन को पता है कि अगर ED के समक्ष पेश हुए तो उनकी पोल खुल जाएगी, इसलिए वह भागते फिर रहे हैं। इस बीच कल्पना सोरेन को नया सीएम बनाए जाने की खबरों पर हेमंत सोरेन ने कहा, ‘मेरी पत्नी के चुनाव लड़ने की खबर बीजेपी की बनाई हुई है। बीजेपी ने ये झूठा नैरेटिव तैयार किया है कि मैं कल्पना सोरेन के हाथ में कमान देने जा रहा हूं।’ हेमंत सोरेन ने ED के समन को भी गैरकानूनी बताया है।
कल्पना सोरेन की राह में भी कम कांटे नहीं
निशिकांत दुबे ने बताया है कि कैसे हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना के लिए सत्ता की राह आसान नहीं होगी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट का हवाला देकर राज्यपाल से अपील करते हुए लिखा है कि ‘सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट एसआर चौधरी वर्सेस स्टेट ऑफ पंजाब के अनुसार यदि 6 महीने के अंदर कल्पना सोरेन जी विधायक नहीं बनती हैं तो वह मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं ले सकती हैं, और काटोल विधानसभा के लिए मुम्बई हाईकोर्ट के जजमेंट के अनुसार अब गांडेय या झारखंड के किसी भी विधानसभा का चुनाव नहीं हो सकता। राज्यपाल महोदय को चुनाव आयोग तथा कानूनी राय लेकर झारखंड के लुटेरों की मंशा को रोकना चाहिए यही प्रार्थना है।’
‘अपराध किया है तो सजा भुगतनी ही होगी’
ऐसे में अगर पत्थर खनन लीज मामले में ED सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करती है तो उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती अपनी कुर्सी पर किसी दूसरे को बैठाने की होगी। यही वजह है कि झारखंड में जो कुछ हो रहा है, उससे सरकार में साथी कांग्रेस पर भी ग्रहण लग गया है। हालांकि कांग्रेस के नेता आज होने वाली बैठक को 2024 लोकसभा चुनाव से कनेक्ट करने में लगे हैं। इस बीच झारखंड के गवर्नर सी. पी. राधाकृष्णन का कहना है कि उनके पास अभी कोई ठोस जानकारी नहीं है। हालांकि उन्होंने साफ कर दिया है कि अगर किसी ने अपराध किया है तो उसे कानून के मुताबिक सजा भुगतनी ही होगी।
सोरेन ने भी ED को भेजी है जवाबी चिट्ठी
ED के सातवें समन के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक जवाबी पत्र भेजा है। इस लेटर में हेमंत सोरेन ने ED पर मीडिया ट्रायल करने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन ने लेटर में ED के समन को गैरकानूनी बताया है। पत्र में उन्होंने लिखा कि वह हमेशा ED को सहयोग करने को तैयार रहे हैं, लेकिन एजेंसी उनका मीडिया ट्रायल कर रही है क्योंकि उसका समन उनके पास पहुंचने से पहले मीडिया को पहुंच जाता है। ऐसे में अब सबकी निगाहें आज होने वाली JMM की बैठक पर टिकी हैं। साथ ही यह भी देखना है कि ED 7 समन के बाद भी पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए हेमंत सोरेन के खिलाफ क्या एक्शन लेती है।