Highlights
- सोनिया गांधी के साथ स्मृति ईरानी की नोकझोंक
- महुआ मोइत्रा ने सोनिया के बचाव में किया ट्वीट
- "75 साल की नेता को लोकसभा में घेर लिया गया"
Sonia Gandhi-Smriti Irani Row: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की लोकसभा में गुरुवार को हुई नोकझोंक के बाद खासा विवाद खड़ा हो गया है। सोनिया और स्मृति के विवाद में अब तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा की एंट्री हो गई है। महुआ मोइत्रा ने इस विवाद में सोनिया का बचाव करते हुए कहा कि 75 साल की नेता को लोकसभा में घेर लिया गया। दरअसल कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में भारत की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहकर संबोधित किया था। लिहाजा इस पर विवाद शुरू हो गया है।
कहां से शुरू हुआ सारा विवाद
आज संसद के दोनों सदनों में भाजपा सदस्यों ने इस मामले को लेकर हंगामा किया। भाजपा ने और सरकार के मंत्रियों ने इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी मांगने की मांग की है। इसी मुद्दे पर लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे के कुछ ही देर बाद जब दोबारा स्थगित कर दी गयी तो सोनिया गांधी सत्तापक्ष की सीटों की तरफ गयीं और उन्होंने भाजपा सांसद रमा देवी से पूछना चाहा कि इस विवाद में उनका नाम क्यों खींचा जा रहा है। इसी दौरान स्मृति ईरानी भी सोनिया गांधी के नजदीक पहुंचकर चौधरी के बयान का विरोध करती दिखीं। पहले तो सोनिया ने स्मृति ईरानी को अनदेखा करने का प्रयास किया, लेकिन कुछ ही देर बाद उन्हें केंद्रीय मंत्री की ओर रुख करके नाराजगी भरे स्वर में कुछ कहते देखा गया।
सोनिया गांधी के समर्थन में उतरीं महुआ
अब इस मामले को लेकर TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, ‘‘उस समय मैं लोकसभा में थी जब 75 साल की वरिष्ठ नेता को इस तरह घेर लिया गया जिस तरह झुंड में घेरा जाता है। उनके सामने टोकाटोकी की गयी। यह सब उस वक्त किया गया जब वह एक और वरिष्ठ महिला नेता जो पीठासीन सभापतियों के पैनल में हैं, की तरफ गयीं और उनसे बात की।’’
पश्चिम बंगाल की कृष्णनगर लोकसभा सीट से सदस्य मोइत्रा ने कहा, ‘‘प्रेस में भाजपा के झूठे बयान पढ़कर व्यथित हूं।’’ इससे पहले एक ट्वीट में मोइत्रा ने कहा था, ‘‘लोकसभा में सारे नियम हमेशा विपक्ष के लिए ही होते हैं। आज जैसे ही लोकसभा की बैठक शुरू हुई और लोकसभा अध्यक्ष कहते कि बैठिए, तभी भाजपा ने 10 मिनट तक माइक पर कब्जा रखा और आक्षेप लगाए। अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग मानदंड।’’