लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में लग चुकी हैं। इस बीच पटना में विपक्षी पार्टियों की हुई मीटिंग के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रेस को संबोधित किया। इसके बाद अब भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने कहा है कि जो राजनैतिक दल एक दूसरे को आंख नहीं सुहाते थे। आज वे सभी अपने स्वार्थ के लिए पटना में एकत्रित हुए थे। स्वार्थ का ये गठबंधन बहुमुखी है। उन्होंने कहा कि किसी ने ये नहीं सोचा होगा कि जिस कम्युनिष्ट पार्टी ने ममता बंदोपाध्याय के साथ बदसलूकी की थी। आज वो कम्युनिष्ट पार्टी के साथ जाएंगी।
स्मृति ईरानी ने विपक्षी पार्टियों की मीटिंग पर उठाए सवाल
स्मृति ईरानी ने कहा कि DMK पार्टी पर 90 के दशक में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने राजीव गांधी की हत्या में सहयोग करने का आरोप लगाया था। देश ने देखा कि ममता जी ने लालू जी के चरण स्पर्श किए लेकिन जनता नहीं भूली की कैसे ममता जी ने आपके खिलाफ श्वेत पत्र जारी किया था। कैसे शरद पवार जी ने सोनिया जी के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे। यह गठबंधन स्वार्थ का है। इनके निशाने पर हिंदुस्तान पर है। ये दल जब भी एक साथ आए तो भ्रष्टाचार और परिवारवाद अपने साथ लाए थे। ममता बनर्जी को लेकर स्मृति ईरानी ने कहा कि कैसे ममता बनर्जी को उनके बाल से पकड़कर कांग्रेस पार्टी ने खींचा था।
अगर ममता बनर्जी बावजूद इसके महागठबंधन में कम्युनिष्ट पार्टी के साथ जाती हैं तो ये कह सकते हैं कि उनका पॉलिटिकल स्वार्थ है। उन्होंने कहा कि ये गठबंधन स्वार्थ का है। विपक्षी पार्टियों के निशाने पर नरेंद्र मोदी नहीं बल्कि भारत की तिजोरी है। लालू यादव और नीतीश कुमार को इमरजेंसी के दौरान कांग्रेस पार्टी ने जेल में डाला था और आज वे दोनों कांग्रेस के नेतृत्व में मीटिंग कर रहे हैं। गठबंधन की रूप रेखा भविष्य में क्या रहेगी यह साफ समझा जा सकता है।
(रिपोर्ट- सोनू कुमार)