Highlights
- कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने जनता दल सेक्युलर पर परिवार की राजनीति में लिप्त होने का आरोप मढ़ा।
- सिद्धारमैया ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर हिंदुत्व के नाम पर लोगों और समाज को बांटने का आरोप लगाया।
- सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि केवल कांग्रेस ही अपनी विचारधारा पर टिकी रह सकती है।
बेंगलुरू: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हाल में हुई मुलाकात में मेलजोल दिखाने को लेकर जनता दल (सेक्युलर) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा पर गुरुवार को तंज कसा। पूर्व मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय पार्टी को एक बार फिर सत्तारूढ़ बीजेपी की ‘बी टीम’ बताया और उस पर परिवार की राजनीति में लिप्त होने का भी आरोप मढ़ा। कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर हिंदुत्व के नाम पर लोगों और समाज को बांटने का आरोप लगाया।
‘अब परिवार के आठवें सदस्य ने राजनीति में प्रवेश किया’
सिद्धारमैया ने कहा, ‘JD (S) पारिवारिक राजनीति की पार्टी है। अब परिवार के आठवें सदस्य ने राजनीति में प्रवेश किया है। परिवार के बाकी सदस्य भी (निर्वाचित प्रतिनिधि) बन जाएंगे। जहां वे जीत सकते हैं, वहां वे परिवार के सदस्यों को उतारते हैं। जिन जगहों पर वे हारते हैं, वहां वे दूसरों को मैदान में उतारते हैं। यह परिवार की राजनीति है।’ JD (S)से पूर्व MLC सी. आर. मनोहर, BJP के पूर्व विधायक नागराजू सहित अन्य नेताओं और उनके समर्थकों को कांग्रेस में शामिल करने के बाद सिद्धरमैया ने देवेगौड़ा पर निशाना साधा।
‘JDS एक बी-टीम है, उनकी कोई विचारधारा नहीं है’
सिद्धारमैया ने सवाल किया कि क्या देवेगौड़ा के पास बीजेपी सरकार की ओर से लाए गए गौ वध रोधी विधेयक का विरोध करने का समय है? उन्होंने कहा, ‘वह (देवेगौड़ा) अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ‘भाई-भाई’ का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने अतीत में मोदी की पार्टी के साथ सरकार बनाई है। यही कारण है कि हम उन्हें बीजेपी की बी-टीम कहते हैं। JDS एक बी-टीम है, उनकी कोई विचारधारा नहीं है। वे अवसरवादी राजनीति में लिप्त हैं।’
‘केवल कांग्रेस सांप्रदायिक’ बीजेपी के खिलाफ लड़ सकती है’
सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि केवल कांग्रेस ही अपनी विचारधारा पर टिकी रह सकती है और ‘सांप्रदायिक’ बीजेपी के खिलाफ लड़ सकती है। सिद्धारमैया देवेगौड़ा और मोदी की हाल की मुलाकात के दौरान मेलमिलाप का हवाला दे रहे थे। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब विधान परिषद चुनाव के लिए दोनों पार्टियों के बीच समझौते को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
‘संविधान एक धर्मनिरपेक्ष देश की स्थापना की बात करता है’
बीजेपी पर धर्म के आधार पर राजनीति करने वाली सांप्रदायिक पार्टी होने का आरोप लगाते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि देश के संविधान में धर्म आधारित राजनीतिक व्यवस्था के लिए कोई जगह नहीं है और संविधान एक धर्मनिरपेक्ष देश की स्थापना की बात करता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अकेले सभी समुदायों और धर्मों को एक साथ ला सकती है और सभी के साथ समान व्यवहार कर सकती है। कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर अल्पसंख्यक विरोधी पार्टी होने, समाज के कमजोर तबके के खिलाफ होने और हिंदुत्व के नाम पर देश को बांटने का आरोप लगाया।