Highlights
- शिवसेना ने की राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की प्रशंसा
- शिवसेना ने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में बीजेपी पर किया वार
- "देश की मौजूदा "निरंकुशता" से वंशवादी शासन बेहतर"
उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' की सराहना करते हुए कहा कि देश की मौजूदा "निरंकुशता" से वंशवादी शासन बेहतर प्रतीत होता है। शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को राहुल गांधी के कपड़ों पर निशाना साधने के बजाय उनके द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देना चाहिए। संपादकीय में कहा गया है कि राहुल गांधी द्वारा अपनी यात्रा के दौरान उठाए जा रहे सवालों में दम है और उन्होंने भाजपा का मुंह बंद कर दिया है।
"भाजपा को 'पेट दर्द' हो रहा"
अखबार ने कहा कि कांग्रेस नेता की यात्रा को लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है और वह बेरोजगारी, किसानों, मजदूरों और छोटे और मध्यम व्यवसायों से जुड़े मुद्दों को उठा रहे हैं। इसमें कहा गया है कि "उनके द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देने के बदले, भाजपा उनके कपड़ों और भोजन जैसे तुच्छ मुद्दों को उठाकर हमले कर रही है।’’ संपादकीय में कहा गया है कि यात्रा लोगों में जागरूकता पैदा कर रही है और इससे भाजपा को 'पेट दर्द' हो रहा है।
ठाकरे पर भी परिवारवाद को बढ़ावा देने के आरोप
एक समय कांग्रेस और उसके शीर्ष नेतृत्व की मुखर आलोचक रही शिवसेना के मुखपत्र में कहा गया है, "एकाधिकारशाही और तानाशाही देश में ऐसा कहर बरपा रही है कि वंशवादी शासन बेहतर प्रतीत होगा।’’ इसमें कहा गया है कि राहुल गांधी की यात्रा देश में व्याप्त ''घृणा के माहौल को दुरूस्त करेगी।'' उल्लेखनीय है कि कांग्रेस और गांधी परिवार की तरह, ठाकरे को भी शिवसेना में परिवार को बढ़ावा देने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है।
‘भारत जोड़ो’ यात्रा के तीसरे दिन लोगों की भारी भीड़
गौरतलब है कि कांग्रेस ने पार्टी के जमीनी स्तर संपर्क को मजबूत करने के उद्देश्य से ‘भारत जोड़ो’ यात्रा शुरू की है। 7 सितंबर को शुरू हुई यह यात्रा पांच महीने की अवधि में कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। केरल में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के तीसरे दिन मंगलवार को भी यात्रा के लिए उत्साहजनक भीड़ देखी गई। यहां रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पदयात्रियों का अभिवादन करने के लिए सड़कों के किनारे बड़ी संख्या में लोग खड़े थे। बारिश के दौरान गांधी सहित कांग्रेस के नेता बिना छतरी के सड़कों पर पदयात्रा कर रहे थे।