मुंबई: महाराष्ट्र सरकार में 2 जुलाई को बड़ा बदलाव हुआ। इस बदलाव में एनसीपी के अजित पवार समेत 9 विधायकों ने एकनाथ शिंदे सरकार में मंत्रिपद की शपथ ली। अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया। शपथ लिए हुए 10 से ज्यादा दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक नए मंत्रियों में से किसी को भी उनके विभाग आवंटित नहीं हुए हैं। इसके साथ ही एनसीपी के शामिल होने के बाद से ही बीजेपी और शिवसेना के विधायकों में बेचैनी बढ़ गई है।
तीनों दलों के विधायक मिलाकर बनेगी समन्वय समिति
बीजेपी और शिवसेना के विधायकों की नाराजगी के वजह से सरकार की छवि पर असर पड़ रहा है। अब इससे बचने के लिए तीनों पार्टियों ने मिलकर बड़ा कदम उठाया है। विधायकों की नाराजगी को कम करने और तीनों दलों में तालमेल बिठाने के लिए समन्वय समिति बनाने का फैसला किया गया है। इस समन्वय समिति में तीनो दलों के 12 नेता होंगे। इस हिसाब से हर दल से 4 नेता इस समिति के सदस्य होंगे।
तीनों दलों से ये नेता होंगे शामिल
जानकारी के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी की तरफ से इस समिति के सदस्य सुधीर मुंगंटीवार, आशिष शेलार, प्रसाद लाड और चंद्रशेखर बनवकुले होंगे तो वहीं शिवसेना की तरफ से उदय सामंत, शंभूराजे देसाई, दादा भूसे और राहुल शेवाले समिति के सदस्य होंगे। इसके अलावा एनसीपी के अजित पवार के गुट की तरफ से धनंजय मुंडे, दिलीप वलसे पाटिल, छगन भुजबल, सुनिल तटकरे इस समिति के सदस्य होंगे। बताया जा रहा है कि इस समिति का काम सभी विवादित मुद्दों पर चर्चा कर उसका हल निकालना होगा।
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