Sharad Pawar: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने रविवार को केंद्र सरकार पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि ‘इस समय देश की सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है।‘ उन्होंने कहा कि चीन और भारत की सीमा पर हालात ठीक नहीं हैं। पड़ोसी देश ने वर्ष 2019 में विवादित क्षेत्र पर निर्माण भी कर लिया है और सरकार इस पर आंखें मूंदे हुए है। देपसांग और डेमचौक में चीन का नियंत्रण है। चीन के साथ लगी सीमा पर तैनात सेना के सूत्र ने कहा कि हम अब अपनी पुरानी जगह पर नहीं जा सकते हैं। शरद पवार ने चीन के साथ सीमा मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया।
दिल्ली में आयोजित एनसीपी के आठवें राष्ट्रीय अधिवेशन में शरद पवार ने कहा कि ‘चीन की तुलना में हमारा बुनियादी ढांचा कमजोर है। शरद पवार ने कहा कि चीनी जासूसी जहाज श्रीलंका चला गया, लेकिन भारत सरकार ने कोई कदम नहीं उठाना चाहती है। सरकार की इस निष्क्रियता के खिलाफ सभी को मिलकर आवाज उठाने की आवश्यकता है। एनसीपी चीफ ने कहा कि ‘शिवाजी ने कहा था कि दिल्ली की गद्दी के आगे नहीं झुकेंगे‘ आज ऐसे ही माहौल में हम जमा हुए हैं। केंद्र सरकार ने संसद में बिना बहस के तीन कृषि कानून बना दिए। इस कानून का विरोध कर रहे किसान एक साल तक बैठे थे और भारत सरकार उनकी समस्या जानने को तैयार नहीं थी।
किसानों के प्रति उदासीन रही केंद्र सरकारः एनसीपी चीफ
शरद पवार ने बीजेपी सरकार पर यह आरोप लगाया कि सरकार ने किसानों की समस्याओं के प्रति उदासीनता दिखाई है। पवार ने कहा कि कुछ सांप्रदायिक शक्तियां देश के लिए खतरा पैदा कर रही हैं। अल्पसंख्यक समुदाय में डर पैदा कर रही हैं। एनसीपी को ऐसे तत्वों से लड़ने को तैयार रहना चाहिए।
बिलकिस बानो केस में दोषियों की सजा कम करने का काम हुआः शरद पवार
बिलकिस बानो केस में दोषियों की रिहाई की आलोचना करते हुए शरद पवार ने कहा कि 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण मेें महिलाओं के अधिकार के बारे में काफी अच्छे शब्द रखे थे, लेकिन दूसरे ही दिन भाजपा की गुजरात सरकार में बिलकिस बानो केस में दोषियों की सजा कम करने का काम किया गया।