पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता राहुल गांधी हमेशा अपनी बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। हाल ही में उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीर विनायक दामोदर सावरकर पर टिप्पणी की, जिसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। इसका असर इतना दिखा कि उद्धव ठाकरे कांग्रेस पार्टी की बैठक में शामिल नहीं हुए। वहीं, इस मौके का फायदा उठाते हुए बीजेपी उद्धव गुट और कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। हालांकि समय को भांपते हुए शरद पवार ने एंट्री लेकर मामला सुलझा लिया है।
शरद पवार ने सुलझाया मामला
एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को बैठक की। यह बैठक मुख्य रूप से कांग्रेस और शिवसेना पार्टी के बीच की कलह को शांत करने के लिए थी। दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद सावरकर से जुड़े सभी ट्वीट राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल से डिलीट कर दिए गए हैं। वहीं, मीटिंग में यह बात सामने आई कि राहुल ने सीधे तौर पर ट्वीट नहीं किया, बल्कि बार्टी के समर्थकों के ट्वीट को रीट्वीट किया गया था। अब राहुल गांधी के हैंडल पर सावरकर से जुड़ा कोई ट्वीट नहीं है।
राहुल और सोनिया ने दिया भरोसा
इस मुलाकात के बाद संसद परिसर में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और शिवसेना सांसद राउत की सौहार्दपूर्ण मुलाकात का आयोजन किया गया। मुलाकात के दौरान संजय राउत को भरोसा दिलाया गया कि अब सावकर को लेकर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की जाएगी। वहीं पवार ने कहा कि कांग्रेस इसे अपनी विचारधारा तक ही सीमित रखें। वैचारिक मतभेद से ही तो तीनों दल अलग हैं, वरना एक ही दल होता।