नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। NCP सुप्रीमो और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच हुई इस मीटिंग के दौरान विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A.) की आगे की रूपरेखा एवं रणनीति पर चर्चा की गई। खरगे के आवास पर तीनों नेताओं की बैठक हुई, जिसमें NCP नेता जितेंद्र आव्हाड और कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य गुरदीप सप्पल भी मौजूद थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने बैठक की तस्वीर साझा करते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर भी पोस्ट की।
I.N.D.I.A. की आगे की रणनीति पर हुई चर्चा: सूत्र
X पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘देश की जनता की आवाज और बुलंद करने के लिये आज राहुल गांधी के साथ NCP अध्यक्ष शरद पवार की भेंट हुई। हम हर चुनौती के लिए तैयार हैं। जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया।’ वहीं, NCP सुप्रीमो ने ‘X’ पर पोस्ट कर कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट की। बैठक में सांसद राहुल गांधी, NCP विधायक जितेंद्र आव्हाड और कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य गुरदीप सप्पल भी मौजूद थे।’ सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में I.N.D.I.A. गठबंधन की आगे की रणनीति एवं रूपरेखा और मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई।
तय नहीं कि I.N.D.I.A. की अगली बैठक कहां होगी
बताया जा रहा है कि इस दौरान महाराष्ट्र के कुछ ऐसे क्षेत्रीय दलों पर भी चर्चा हुई जो I.N.D.I.A. में शामिल होना चाहते हैं। यह बैठक ऐसे समय हुई है जब इस महीने भोपाल में होने वाली विपक्ष की जनसभा रद्द हो गई और अभी यह तय नहीं है कि ‘I.N.D.I.A.’ की अगली बैठक या सभा कहां होगी। अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA का मुकाबला करने के लिए दो दर्जन से ज्यादा विपक्षी दलों ने गठबंधन कर एक ‘I.N.D.I.A.’ के बैनर तले साथ आए हैं। पिछले दिनों मुंबई में हुई बैठक में गठबंधन के भविष्य के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए 14 सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया गया था।
जून में पटना में हुई थी I.N.D.I.A. की पहली बैठक
विपक्षी दलों की यह समन्वय समिति विपक्षी गठबंधन की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था के रूप में कार्य करेगी। इसी साल जून में पटना में I.N.D.I.A. की पहली बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि लोकसभा चुनाव के लिए हरेक सीट से सबसे मजबूत उम्मीदवार को चुना जाएगा। मुंबई में हुई विपक्षी गठबंधन की तीसरी बैठक के बाद एक सितंबर को जारी प्रस्ताव में कहा गया था कि पार्टियां ‘जहां तक संभव होगा’ वहां तक एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगी और विभिन्न राज्यों में सीटों के बंटवारे का काम तत्काल शुरू होगा और जल्द से जल्द संपन्न होगा।