Highlights
- टारगेट किलिंग को लेकर बीजेपी पर राउत का हमला
- बीजेपी कुछ फिल्मों के प्रचार में व्यस्त है: संजय राउत
- राउत बोले- बीजेपी नेता शिवलिंग खोजने में व्यस्त हैं
Sanjay Raut on Target Killing in Kashmir: कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाओं से दहशत का माहौल है। कुलगाम में गुरुवार को एक बैंक मैनेजर की हत्या कर दी गई, वहीं कुछ दिन पहले एक महिला स्कूल टीचर को गोली मार दी गई। ऐसे में घाटी में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे कश्मीरी हिंदू पलायन का ऐलान कर चुके हैं। पिछले 29 दिनों में कश्मीर में 9 हत्याएं हो चुकी हैं।
कश्मीर से लगातार सामने आ रही टारगेट किलिंग की घटनाओं की देशभर में निंदा हो रही है। विपक्षी दलों के नेता केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। इस बीच, शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी की आलोचना करते हुए दावा किया कि पार्टी जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों और मुस्लिम सुरक्षाकर्मियों की टारगेट किलिंग के बीच कुछ फिल्मों के प्रचार में व्यस्त है।
'बीजेपी कश्मीर घाटी की सुरक्षा को नजरअंदाज कर रही'
मुंबई में मीडिया से बातचीत करते हुए संजय राउत ने आरोप लगाया कि बीजेपी कश्मीर घाटी की सुरक्षा को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने कहा, "क्या सर्जिकल स्ट्राइक (नियंत्रण रेखा के पार बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की ओर से आतंकी ठिकानों पर किए गए हमले) से कश्मीरी पंडितों के खिलाफ अत्याचार बंद हो गया। ये और बढ़ गया।" शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा, "हिंदुओं और कश्मीरी पंडितों के साथ-साथ मुस्लिम सुरक्षाकर्मियों की भी टारगेट किलिंग की गई है, क्योंकि वे देश की सेवा कर रहे हैं। वहीं, बीजेपी 'द कश्मीर फाइल्स' और 'सम्राट पृथ्वीराज' जैसी फिल्मों के प्रचार में व्यस्त में है।"
उन्होंने कोई विवरण दिए बिना दावा किया कि कश्मीर में श्रीनगर से पुलवामा तक कम से कम 20 मुस्लिम सुरक्षाकर्मियों की हत्या की जा चुकी है। राउत ने कहा, "बीजेपी नेता इस बारे में कुछ नहीं बोल रहे हैं। वे ताजमहल (आगरा) और ज्ञानवापी मस्जिद (वाराणसी) में 'शिवलिंग' खोजने में व्यस्त हैं।"
आठ साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए भी बीजेपी पर साधा निशाना
उन्होंने कश्मीर में हालात 'अच्छे न होने' के बीच केंद्र की सत्ता में आठ साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए भी बीजेपी पर निशाना साधा। राउत ने कहा कि 1990 के दशक में जब घाटी से कश्मीरी पंडितों का पहली बार पलायन हुआ था, तब केंद्र में बीजेपी की सरकार थी। उनका इशारा वीपी सिंह के नेतृत्व वाली तत्कालीन केंद्र सरकार की तरफ था, जो बीजेपी के समर्थन से सत्ता में थी। शिवसेना नेता ने आगे कहा कि अभी भी बीजेपी ही सत्ता में है।