कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। जयराम रमेश ने जानकारी दी है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सैम पित्रोदा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। आज ही सैम पित्रोदा की एक और टिप्पणी को लेकर विवाद खड़ा हो गया था जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘‘पूर्व के लोग चीनी और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी नागरिकों जैसे दिखते हैं।’’ पीएम मोदी ने भी उनके बयान को रंगभेदी करार दिया था। सत्तारूढ़ भाजपा ने पित्रोदा की ‘‘नस्ली’’ टिप्पणियों को लेकर उन पर निशाना साधा और दावा किया कि इससे विपक्षी दल की ‘‘विभाजनकारी’’ राजनीति बेनकाब हो गई है।
कांग्रेस ने दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य बताया
कांग्रेस ने हालांकि पित्रोदा की टिप्पणियों से खुद को अलग करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य बताया था। पार्टी ने कहा था कि वह इन टिप्पणियों से खुद को ‘‘पूरी तरह से अलग’’ करती है। पित्रोदा की टिप्पणी से खुद को अलग करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर कहा था, ‘‘सैम पित्रोदा द्वारा भारत की विविधताओं को जो उपमाएं दी गई हैं, वह अत्यंत गलत और अस्वीकार्य हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन उपमाओं से अपने आप को पूर्ण रूप से अलग करती है।’’
सैम पित्रादा ने क्या कहा था?
पित्रोदा ने एक पॉडकास्ट में कहा था, ‘‘हम 75 साल से बहुत सुखद माहौल में रह रहे हैं, जहां कुछ लड़ाइयों को छोड़ दें तो लोग साथ रह सकते हैं।’’ पित्रोदा ने सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित इस इंटरव्यू में कहा, ‘‘हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं। जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी बहन-भाई हैं। भारत में अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के रीति-रिवाज, खान-पान, धर्म, भाषा अलग-अलग हैं, लेकिन भारत के लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं।’’