नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोला है। वाड्रा ने कहा कि बीजेपी जब भी संकट में होती है तब-तब मेरे नाम का इस्तेमाल करती है। उन्होंने कहा कि संसद के मानसून सत्र के दौरान मेरा नाम लेकर सोनिया गांधी पर हमला बोला गया, जोकि सरासर गलत है। संसद में मेरे नाम पर चर्चा करने के अलावा इस देश में तमाम विषय हैं, जिसपर बात की जा सकती थी। लेकिन सरकार में मंत्री स्मृति ईरानी ने महिलाओं की सुरक्षा, महंगाई और बेरोजगारी जैसे विषयों पर चर्चा ना करके संसद के समय को बर्बाद किया है।
'सरकार के मंत्री केवल आरोप लगा रहे, जांच नहीं करा रहे'
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि मेरे ऊपर तमाम तरह के आरोप लगाए जाते हैं। कांग्रेस पार्टी को घेरने के लिए मेरे नाम का इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने कहा कि मैं तो सरकार को कहता हूं कि आपके मंत्री जो भी आरोप लगा रहे हैं उनकी जांच कराइए, मैं जांच के लिए तैयार हूं। अगर मेरे खिलाफ कुछ गलत मिलता है तो मुझे जो भी सजा मिलेगी, उसे भुगतने के लिए मैं तैयार हूं। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ लगे आरोपों पर आप जांच कीजिये और सबूत लाइए, वरना शांत रहिए।
'मेरे खिलाफ पिछले 10 साल में कई आरोप लगाए गए'
वाड्रा ने कहा कि मेरे खिलाफ पिछले 10 साल में कई आरोप लगाए गए। सरकार ने तमाम जांच एजेंसियों का इस्तेमाल किया। ED और आयकर विभाग ने पूछताछ की। मेरे ऑफिस से तमाम कागज और दस्तावेज ले जाए गए, लेकिन आज तक उन्हें कुछ भी नहीं मिला। लेकिन इन सबके बीच इन्हीं की हरियाणा सरकार से मुझे क्लीन चिट जरुर मिल गई। इसके बावजूद सरकार अभी भी मुझे निशाना बना रही है। वाड्रा ने कहा कि मैं गांधी परिवार का सदस्य हूं और लोग मुझसे मिलते हैं, मैं तमाम लोगों से मिलता हूं। मुझे इस बात की ख़ुशी होती है कि मैं इस परिवार का सदस्य हूं। इस नाते ही मैं पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिल सका, नेल्सन मंडेला से मिल सका।
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि स्मृति इरानी को महिला बाल विकास मंत्री के नाते महिला पहलवानों के मुद्दे पर बात करनी चाहिए, मणिपुर में महिलाओं और बच्चों के साथ हुए अत्याचार पर बात करनी चाहिए, लेकिन संसद में इस बारे में वह बात नहीं करेंगी। वह संसद में केवल और केवल मेरे बारे में बात करके सुर्खियां बटोरना चाहती हैं। वहीं प्रियंका गांधी पर मध्य प्रदेश में हुई 40 से ज्यादा एफआईआर पर बोलते हुए वाड्रा ने कहा कि यह बीजेपी का चुनावी तरीका है। वह हमेशा से ही ऐसा करते आई है। वह अपने विरोधी दल के नेताओं और उम्मीदवारों को डराने और धमकाने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाती है।
वहीं प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने के सवाल पर वाड्रा ने कहा कि पार्टी को उन्हें मौका जरुर देना चाहिये। लोग उन्हें एक सांसद के तौर पर देखना चाहते हैं। पार्टी को उन्हें अव केवल प्रचार के लिए ही नहीं बल्कि एक जनप्रतिनिधि के रूप में भी मौका देना चाहिए। वहीं खुद के राजनीति में आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी पहले प्रियंका गांधी को मौका दे, इसके बाद अगर उन्हें लगता है कि मैं भी कुछ काम कर सकता हूं तो मैं जरुर राजनीति में आऊंगा। हालांकि इतना तय है कि पहले प्रियंका सक्रिय राजनीति में आयेंगी। उसके बाद ही मेरे आने की संभावना है।
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