लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 5वें चरण का मतदान 20 मई को किया जाएगा। इस बीच न्यूज एजेंसी एएनआई से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बात की। इस दौरान उन्होंने भाजपा के 400 पार के नारे और संविधान बदलने को लेकर चल रही अटकलों पर कहा, "निश्चित रूप से नहीं। संविधान बदलने का बहुमत हमारे पास 10 साल से है। हमें 400 सीटें चाहिए क्योंकि देश में राजनीति में स्थिरता लाना चाहते हैं, क्योंकि देश की सीमाओं को सुरक्षित रखना है। हमने 10 वर्षों में अपनी सीटों का उपयोग कैसे किया? अनुच्छेद 370 को निरस्त किया, तीन तलाक को खत्म किया, राम मंदिर बना, UCC लेकर आए। बहुमत के दुरूपयोग करने का इतिहास हमारी पार्टी का नहीं है। बहुमत का दुरूपयोग इंदिरा गांधी के समय में कांग्रेस ने किया था।"
अमित शाह के बयान पर मनोज झा ने की टिप्पणी
इस बाबत राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि उनके पास संविधान को बदलने के कई तरीके हैं। गोलवलकर ने 'बंच ऑफ थॉट्स' लिखी थी, क्या उनमें से किसी ने कहा कि हम उस किताब को अस्वीकार करते हैं और हमारा उससे कोई लेना-देना नहीं है? इस पुस्तक (संविधान) में, अनुच्छेद 15 और 16 में सार्वजनिक रोजगार में आरक्षण के बारे में बात की गई है। अमित शाह ने जनता को कितना रोजगार दिया? नौकरियां खत्म करने से आरक्षण ही खत्म हो गया। अमित शाह के रवैये के अनुसार, न तो देश और न ही संविधान उनके हाथों में सुरक्षित है। इंदिरा गांधी के पास 400 (लोकसभा सीटें) नहीं थीं, लेकिन उन्होंने बांग्लादेश बनाया क्योंकि उनके पास हिम्मत और हौसला था जो आपमें नहीं हो सकता।"
सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अखिलेश यादव की रैली
राहुल गांधी, सोनिया गांधी और अखिलेश यादव की आज रायबरेली में रैली होने जा रही है। इस बाबत मनोज झा ने कहा, यह रैली बेहद महत्वपूर्ण है। क्योंकि कल अमेठी और रायबरेली के लिए चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। सोनिया गांधी खुद वहां से सांसद रही हैं। यह सिर्फ एक निर्वाचन क्षेत्र नहीं है। यहां से उनका नैसर्गिक रिश्ता रहा है, जैसे लालू प्रसाद यादव के साथ सारन का रिश्ता है। वहीं इस रैली को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि राहुल गांधी के लिए प्रचार करने के लिए कोई भी आ जाए, लेकिन राहुल गांधी चुनाव हार रहे हैं। भारी अंतर से हार रहे हैं। रायबरेली में कमल खिलेगा।