देहरादून: कांग्रेस में एक बार फिर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। पहले जहां, प्रीतम सिंह और हरीश रावत के बीच आरोप प्रत्यारोप चल रहे थे, तो वहीं अब रंजीत रावत भी इस आरोप प्रत्यारोप के दौर में बीच में कूद पड़े हैं। देहरादून में संवाददाताओं से बात करते हुए रंजीत रावत ने साफ तौर पर कहा कि हरीश रावत ने पैसे लेकर टिकट बांटे। टिकट नहीं मिलने पर लोग अब हरीश रावत को तलाश रहे हैं। कुछ लोगों के पैसे हरीश रावत के मैनेजर उन्हें वापस कर दिए। लेकिन कुछ अभी भी पैसे मांगते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं रंजीत रावत ने सीधे तौर पर हरीश रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि नए नेताओं को हरीश रावत ऐसे अफीम चटा देते हैं।
उनके अनुसार हरीश रावत के सम्मोहन से निकलने में मुझे 36 साल लग गए। रंजीत रावत ने सीधे तौर पर हरीश रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि हरीश रावत कांग्रेस की हार के सबसे बड़े जिम्मेदार हैं। उन्होंने साफ तौर पर हरीश रावत के उस बयान पर जवाब दिया कि 2017 में हरीश रावत रामनगर से चुनाव लड़ना चाहते थे।
रंजीत रावत ने सीधे तौर पर कहा कि पार्टी के पदाधिकारियों और तमाम नेताओं के दबाव में मैंने इस बार गलती कर दी, क्योंकि रामनगर से ही मेरी पिछले 6 साल से तैयारी थी और साल्ट से मैं पिछले 6 साल से तैयारी नहीं कर रहा था, जिसके चलते हार का मुंह देखना पड़ा।
(इनपुट- एजेंसी)