नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देकर विवादों में घिरे लोकसभा सदस्य रमेश बिधूड़ी को चुनावी जिम्मेदारी दिए जाने को लेकर विपक्ष ने बीजेपी पर निशाना साधा है। बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी को राजस्थान के टोंक जिले में चुनाव संबंधी जिम्मेदारी दी है, जिसके बाद से विपक्ष हमलावर है। राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा कि बीजेपी ने संसद में दानिश अली के खिलाफ ‘आपत्तिजनक टिप्पणी’ करने के लिए बिधूड़ी को इनाम दिया है।
‘बीजेपी नफरत के लिए इनाम देती है’
कपिल सिब्बल ने अपनी पोस्ट में कहा, ‘बीजेपी ‘नफरत’ के लिए इनाम देती है। संसद के विशेष सत्र में दानिश अली (बसपा) के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल करने के लिए बिधूड़ी को इनाम दिया गया है। बीजेपी ने बिधूड़ी को राजस्थान के टोंक जिले का प्रभारी बनाया है। टोंक में मुस्लिम आबादी 29.25 प्रतिशत है। यह राजनीतिक लाभ के लिए ‘नफरत’ का प्रतीक है।’ वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बीती रात ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’- ये सब है इनका बकवास।’
महुआ मोइत्रा ने भी साधा निशाना
तृणमूल कांग्रेस की सासंद महुआ मोइत्रा ने भी बीजेपी को निशाने पर लिया और कहा कि मुस्लिम सांसद के खिलाफ बयान देने के लिए बिधूड़ी को इनाम दिया गया है। उन्होंने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘जिस व्यक्ति को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, उसे बीजेपी नई भूमिका कैसे दे सकती है? नरेंद्र मोदी जी, क्या यही अल्पसंख्यकों के लिए आपकी स्नेह यात्रा है?’ माना जा रहा है कि टोंक जिले में बड़ी संख्या में गुर्जर आबादी के बसे होने के कारण बीजेपी को उम्मीद है कि बिधूड़ी गुर्जर वोट उसके पक्ष में ला सकते हैं क्योंकि वह भी इसी समुदाय से आते हैं।
समन्वय समिति की बैठक में शामिल हुए बिधूड़ी
टोंक जिले में विधानसभा की 4 सीटें हैं जिनमें से एक से कांग्रेस नेता सचिन पायलट विधायक हैं और वह भी गुर्जर समुदाय से आते हैं। बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि बिधूड़ी की जिम्मेदारी जिले में पार्टी के चुनाव प्रभारी के रूप में होगी। बिधूड़ी ने भी ‘X’ पर पोस्ट किया कि जयपुर में टोंक जिले के लिए हुई समन्वय समिति की बैठक में वह शामिल हुए। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी भी उस बैठक में मौजूद थे। दक्षिण दिल्ली से बीजेपी के सांसद बिधूड़ी को पिछले हफ्ते लोकसभा में अली के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने के बाद पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
विपक्ष ने की थी सख्त कार्रवाई की मांग
बता दें कि बिधूड़ी के बयानों को लेकर विपक्षी दलों ने उन्हें सदन से निलंबित करने की मांग की थी। पिछले गुरुवार को चंद्रयान-3 चंद्र मिशन की सफलता पर चर्चा के दौरान अली पर निशाना साधते हुए बिधूड़ी द्वारा दिए गए बयान पर हंगामा मच गया था। विपक्षी दल इस मुद्दे पर दानिश अली के साथ एकजुट हो गए थे और उनके खिलाफ टिप्पणी को लेकर बीजेपी को निशाना बना रहे हैं। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और NCP के कई सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को चिट्ठी लिखकर बिधूड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। (भाषा)