नई दिल्ली: सदन के विशेष सत्र के अंतिम दिन कुछ ऐसा हुआ, जिसकी चर्चा अभी तक हो रही है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी के एक अमर्यादित बयान ने जबरदस्त बवाल मचाया हुआ है। वहीं इन सबके के बीच अब संसद में 'घमंडिया गठबंधन' शब्द असंसदीय करार दिया गया है। अब इस शब्द को सदन में कोई भी प्रयोग नहीं कर सकेगा। हालांकि सदन के बाहर इसके इस्तेमाल पर रोक नहीं होगी।
विपक्षी गठबंधन का नाम है 'इंडिया'
बता दें कि विपक्षी दलों के गठबंधन ने जबसे अपने गठबंधन का नाम 'इंडिया' रखा है। इसके बाद से बीजेपी और उसके गठबंधन के तमाम सहयोगी इस गठबंधन को कई अलग-अलग नामों से बुलाकर हमला बोल रहे हैं। इसी में 'घमंडिया गठबंधन'शब्द बेहद ही चर्चित हो गया है। इसका इस्तेमाल बीजेपी के एक कार्यकर्ता से लेकर जनसभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक कर रहे हैं।
रमेश बिधूड़ी ने किया था इस शब्द का इस्तेमाल
गौरतलब है कि बीजेपी सांसद बिधूड़ी ने विपक्षी गठबंधन को 'घमंडिया गठबंधन' कहकर संबोधित किया था। उनके उस अमर्यादित बयान के साथ-साथ इस शब्द पर भी आपत्ति जताई गई थी। इसके बाद इसे असंसदीय मानते हुए लोकसभा की कार्यवाही से निकाल दिया गया है। यानी अगर आने वाले दिनों में इस फैसले को बदला नहीं गया तो बीजेपी सांसद लोक सभा में 'घमंडिया गठबंधन' नाम का इस्तेमाल कर अपने विरोधियों पर हमला नहीं बोल पाएंगे।
स्पीकर को चिट्ठी लिखकर दानिश अली ने की शिकायत
वहीं इससे पहले दानिश अली ने कहा कि अगर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो वह अपना पद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। दानिश अली ने कहा कि मैं आज सुबह से लोकसभा स्पीकर से मिलने का इंतजार कर रहा हूं, लेकिन वह उपलब्ध नहीं हैं। इसके बाद मैंने अपना ख़त रिसीव करा दिया है। मुझे उम्मीद है कि वह उचित कार्रवाई करेंगे। सब चीज रिकॉर्ड पर हैं। उन्होंने कहा कि इस कल इस प्रकरण के बाद मैं रात भर सो नहीं पाया। मैं करूं तो करूं क्या?
दानिश अली ने कहा कि सरकार ने बताया था कि संसद का यह विशेष सत्र महिलाओं के आरक्षण के लिए बुलाया गया था लेकिन अब ऐसा लगता है कि इसका उद्देश्य कुछ और था। उन्होंने कहा कि ये स्पेशल सेशन चुने हुए सांसद को उसकी कम्यूनटी से लिंक करके अटैक करने के लिए बुलाया था। अब देखना है कि रमेश बिधूड़ी के खिलाफ़ उनकी पार्टी कोई कार्यवाही करेगी या नहीं या फिर पार्टी उन्हें प्रमोट करेगी।