Highlights
- नूपुर शर्मा के समर्थन में आए राज ठाकरे
- मुफ्ती इस्माइल ने राज ठाकरे को लिया आड़े हाथ
- 'राज MNS में नूपुर को ले आए और अपनी जगह उसे दे दें'
Raj Thackeray: सर्जरी के दो महीने बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे (Raj Thackeray) फिर एक बार अपने पुराने अंदाज में नज़र आए। वही तेवर वही जुबां से निकलती आग लेकिन इस बार उनके निशाने पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सर्वेसर्वा ओवैसी बंधु थे। मुंबई के दादर प्रभादेवी में स्थित रविंद्र नाट्य मंदिर हॉल में अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा, #@%×%# वो दो भाई ओवैसी..उनमें से एक हमारे देवी देवताओं को लेकर क्या कहता है.. क्या नाम है उनके गणपति, लक्ष्मी... आखरी शब्द क्या कहा उसने, कैसे कैसे मनहूस नाम रखते है ये... हमारे देवी देवताओं के नाम मनहूस..? इस देश में इन लोगों को माफी मांगने के लिए कोई नहीं कहता है। इस देश में अच्छे मुस्लिम भी थे और है। इन(ओवैसी बंधु) पर लगाम लगाने का काम कोई भी सरकार नहीं कर रही है। मैंने नुपूर शर्मा का समर्थन किया है।
'ओवैसी बंधु पर लगे सारे इल्जाम झूठे हैं'
अपने पार्टी के सर्वोच्च नेता ओवैसी बंधु पर निशाना साधे जाने के बाद AIMIM ने भी पलटवार किया है। राज ठाकरे के आरोपों पर AIMIM विधायक मुफ्ती इस्माल ने इंडिया टीवी से खास बातचीत में कहा, ''राज ठाकरे का दिमाग खराब हो गया है। अगर कोई हिंदू धर्म के किसी बड़ी शख्सियत का अपमान करेगा तो क्या वो बर्दाश्त करेंगे। अगर ओवैसी ने ऐसा कहा था तब राज ठाकरे अब तक क्यों सो रहें थे। उस वक्त ही राज ठाकरे सड़क पर उतरते और ओवैसी के खिलाफ आंदोलन करते, गिरफ्तारी की मांग करते। ओवैसी बंधु पर लगे सारे इल्जाम झूठे हैं।''
'राज MNS में नूपुर को ले आए और अपनी जगह नुपूर को दे दें'
मुफ्ती इस्माइल ने नूपुर शर्मा के मुद्दे पर भी राज ठाकरे को आड़े हाथों लेते हुए कहा, ''बीजेपी ने माना था कि नूपुर शर्मा से गलती हुई इसलिए उन्होंने नुपूर को पार्टी से निकाला था। नूपुर शर्मा की हिमायत राज ठाकरे कर रहें है तो अब राज MNS में नुपूर को ले आए और अपनी जगह नूपुर को दे दें। विधायक राजा सिंह ने पैगंबर साहब का अपमान किया इसीलिए राज ठाकरे अब इस मुद्दे के बहाने अपनी सिसायत चमकाना चाह रहें है।''
'राजा सिंह पर कड़ी कार्रवाई हो'
वहीं, राजा सिंह की गिरफ्तारी पर भी मुफ्ती इस्माइल ने अपनी राय रखी। विधायक मुफ्ती ने कहा, ''पैगंबर साहब की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। किसी भी धर्म के जो सबसे बड़े भगवान या हस्ती हैं उनका अपमान करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। केंद्र सरकार इस सिलसिल में कानून बनाए। मुसलमान किसी धर्म के भगवान का अपमान नहीं करता है। नुपूर शर्मा केस में आपने देखा था कि राजस्थान में कैसे कुछ लोगों ने नुपूर की हिमायत करने वाले का क्या किया था। लेकिन 'सर तन से जुदा' का नारा हमारे संविधान के खिलाफ है। हम इसका विरोध करतें है। राजा सिंह पर कड़ी कार्रवाई हो।''