नई दिल्ली: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह ओडिशा की बालासोर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। उनके हालिया दौरे के बाद इन अटकलों को और भी बल मिला था। वहीं अब रविवार को उन्होंने इन अफवाहों पर विराम लगते हुए कहा कि वह ओडिशा की बालासोर सीट से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
वैष्णव रह चुके हैं बालासोर के कलेक्टर
गौरतलब है कि अटकलें लगाई जा रही थीं कि बीजेपी राज्यसभा सांसद वैष्णव को लोकसभा चुनाव में बालासोर सीट से मैदान में उतार सकती है। वह एक आईएएस अधिकारी के रूप में बालासोर के जिला कलेक्टर थे। उन्होंने मौजूदा भाजपा सांसद प्रताप सारंगी का जिक्र करते हुए संवाददाताओं से कहा, "मैं बालासोर से चुनाव नहीं लड़ूंगा। हमारे यहां प्रताप 'नाना' हैं।"
अश्विनी वैष्णव अभी ओडिशा से ही राज्यसभा सांसद हैं
बता दें कि अश्विनी वैष्णव अभी ओडिशा से ही राज्यसभा सांसद हैं। वह पिछले कुछ समय से राज्य में एक्टिव थे। जिसके बाद उनके यहां से लोकसभा चुनाव लड़ने की बात चलने लगी थी। पिछले हफ्ते, जब श्री वैष्णव ने कटक जिले का दौरा किया, तो उन्होंने इस संभावना से इनकार नहीं किया कि भाजपा उन्हें लोकसभा चुनाव में कटक सीट से मैदान में उतार सकती है। रविवार को जब पत्रकारों ने दोबारा इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, "मैं पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता हूं और पार्टी मुझे जो भी काम सौंपती है, मैं उसे पूरा करता हूं। हाल ही में पार्टी ने मुझसे मध्य प्रदेश चुनाव में काम करने को कहा, जो मैंने किया।"
राजस्थान के सीएम के लिए भी चला था नाम
वहीं राजस्थान विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद खबर आई थी कि उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। माना जा रहा था कि पार्टी किसी नए और आलाकमान के भरोसेमंद चेहरे को मौका देना चाहती है। इस लिहाज से अश्विनी वैष्णव का भी नाम सामने आया था। हालांकि यह भी केवल अफवाह साबित हुई थी और बीजेपी आलाकमान ने राज्य की कमान भजनलाल शर्मा को सौंप दी थी।