अमेठी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेठी में कहा है कि एक साल पहले कश्मीर से कन्याकुमारी तक हमने भारत जोड़ो यात्रा की। इस दौरान हजारों लोग 4 हजार किलोमीटर तक एक साथ मिलकर चले। लक्ष्य भारत को जोड़ने का था, जो हिंसा और नफरत फैलाई जा रही है, उसके खिलाफ खड़े होने का था। यात्रा में बहुत सुन्दर नारा निकला, जो भीड़ से आया था कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलनी है।
राहुल ने कहा कि बहुत सारे लोग हमारे पास आए। किसान आए, गरीब लोग आए, छोटे व्यापारी आए और बेरोजगारी की बात बताई। जीएसटी की बात रखी। दिल खोलकर लाखों लोगों ने अपनी बात रखी। दूसरे प्रदेश से भी लोग आए, जिसमें बंगाल और अमेठी से भी लोग आए। उन्होंने कहा कि ये कैसी यात्रा है। आपकी यात्रा अमेठी से नहीं आई। इसीलिए आज मैं अमेठी में हाजिर हूं।
राहुल ने मणिपुर और बेरोजगारी का मुद्दा उठाया
राहुल ने कहा कि मणिपुर में आग लगी हुई है। वहां पर सरकार ने 2 वर्गों के बीच लड़ाई करा दी। एक तरफ मेति समाज और दूसरी तरफ कुकी समाज। हम गए, दोनों समाज ने हमें बुलाया। पहली बार मैंने अपने राजनैतिक जीवन में ऐसा देखा है। जब हम मेति समाज से मिलने गए तो बताया, आप भारत जोड़ो यात्रा में आए हैं, हम आपका स्वागत करते हैं। मगर अगर आपकी सिक्योरिटी में कोई भी कुकी समाज का व्यक्ति होगा तो हम मार देंगे। कृपया करके कुकी समाज से सिक्योरिटी को निकालकर हमारे यहां आइए। मैं हैरान हो गया। मैं वहां गया। हजारों महिलाएं मिलीं, दर्द बताया। उसके बात हम कुकी समाज के यहां गए लेकिन वही बात कुकी समाज ने कही। ये इसलिए बता रहा हूं क्योंकि आज मणिपुर में हिंदुस्तान की सरकार का कंट्रोल नहीं है। सिविल वार हो रखा है। आग लगी है और आज तक प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं गए हैं।
उन्होंने कहा कि अब हम उत्तर प्रदेश आए। कल हमने वाराणसी में यूपी की सच्ची हालत को देखा। सड़क पर रात को हज़ारों युवा शराब पीकर लेटे हुए हैं। वाराणसी में बाजा चल रहा है। शराब पीकर आपके युवा वाराणसी में नाच रहे हैं और सुबह मेरे पास दूसरे युवा आते हैं, जो मेरे सामने कागज लेकर बोलते हैं कि हमारी जिंदगी बर्बाद हो गई। पेपर लीक हो गया। एक के बाद एक जो भी पेपर यहां होता है, लीक हो जाता है।
राहुल ने कहा कि एक युवा बोलता है कि 5 लाख रुपए कोचिंग सेंटर को दिए एग्जाम के दिन। जिस चीज के लिए कई साल तैयारी की, वही पेपर एग्जाम हाल के सामने एग्जाम हाल से पहले युवाओ के मोबाइल में था। उनको पहले से पेपर मालूम है। 100 प्रतिशत ले जाएंगे। जेब में पैसा है, इसलिए सरकारी रोजगार मिल जाएगा। एक तरफ नशा और दूसरी तरफ जो नौकरी करना चाहता है उसके लिए पेपर लीक। यहां रोजगार नहीं मिलेगा,अच्छा लगे या बुरा लगे।
स्मृति ईरानी ने क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, 'जो लोग अमेठी को सत्ता का केंद्र मानते थे, जब वे गाजे-बाजे के साथ आए तो अमेठी के लोग उनके स्वागत के लिए नहीं पहुंचे और उन्हें प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर से लोग लाने पड़े। लोग यह नहीं भूले कि इसी व्यक्ति ने वायनाड में उत्तर भारत और विशेषकर अमेठी के बारे में कहा था कि यहां के लोगों की समझ ठीक नहीं है, तब से लेकर अब तक लोग आक्रोशित हैं। माहौल ऐसा है कि रायबरेली की सीट भी परिवार ने छोड़ दी।