राहुल गांधी को कल 2 साल की सजा के ऐलान के बाद आज उनकी संसद सदस्यता रद्द हो गई है। इसके बाद देश की सियासत में मानो भूचाल आ गया है। लोकसभा की सदस्यता के लिए राहुल गांधी के अयोग्य घोषित होने के बाद कांग्रेस ने कहा कि राहुल को सच बोलने की सजा मिली है। बता दें कि सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि के मामले में सजा सुनाये जाने के मद्देनजर केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी को शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहरा दिया गया था। लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि उनकी अयोग्यता संबंधी आदेश 23 मार्च से प्रभावी होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने क्या कहा?
राहुल की सदस्यता खत्म होने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का सबसे पहले रिएक्शन आया। खरगे ने कहा है कि राहुल को सच बोलने की सजा मिली है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमने आज पांच बजे कांग्रेस मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है जिसमें इस लड़ाई को आगे ले जाने की रणनीति तय करेंगे। खरगे ने कहा कि विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है। राहुल को जानबूझकर सदन से बाहर किया गया है। खरगे ने कहा कि ये किसी समाज के संबंध में नहीं है जो लोग पैसे लेकर भागे, जैसे ललित मोदी, नीरव मोदी और विजय माल्या वे क्या पिछड़े समाज से थे? ये लोग ऐसी अनुभूति बना रहे हैं कि राहुल गांधी ने पिछड़े समाज के बारे में बोला है।
प्रतिशोध ले रही है सरकार: अधीर रंजन
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करना मोदी सरकार की प्रतिशोध की नीति का उदाहरण है। भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी की लोकप्रियता बहुत बढ़ी है और मोदी सरकार को यही हजम नहीं हो रहा। उन्हें लग रहा है कि राहुल गांधी का मुंह बंद करना होगा क्योंकि अगर उन्हें बोलने दिया गया तो BJP सरकार से बाहर हो जाएगी।
राहुल गांधी को मिली सजा पर दिग्विजय सिंह ने कही ये बात
एमपी के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी को मिली सजा पर कहा कि 'अगर मोदी जी का मन साफ होता और हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडानी के घपले नहीं होते तो क्या कोई प्रधानमंत्री इस बात पर चर्चा करने से पीछे हटता। राजीव गांधी पर भी आरोप लगा था लेकिन वे बेदाग निकले। 7 बार लोकसभा में JPC हो चुकी है, फिर ये क्यों डरते हैं?
कांग्रेस बोली- "भारतीय लोकतंत्र ओम शांति।"
वहीं इस पर कांग्रेस पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता ख़त्म कर दी गई। वह आपके और इस देश के लिए लगातार सड़क से संसद तक लड़ रहे हैं, लोकतंत्र को बचाने की हर सम्भव कोशिश कर रहे हैं। हर षड्यंत्र के बावजूद वह यह लड़ाई हर क़ीमत पर जारी रखेंगे और इस मामले में न्यायसंगत कार्यवाही करेंगे। लड़ाई जारी है। राहुल गांधी की सदस्यता खत्म किए जाने पर कांग्रेस ने कहा: "भारतीय लोकतंत्र ओम शांति।"
"लोकसभा से तो निकाल दोगे लेकिन..."
कांग्रेस नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि राहुल गांधी को लोकसभा से तो निकाल दोगे लेकिन लोगों के दिल से कैसे निकालोगे। आज के इस फैसले से साबित हो गया है कि मोदी सरकार राहुल गांधी से डरती है।
स्पीकर ने सही फैसला लिया- अठावले
राहुल की सदस्यता जाने पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि स्पीकर को अधिकार है कि वे ऐसी स्थिति में किसी सांसद को अयोग्य घोषित कर सकते हैं। सूरत ज़िला अदालत के फैसले के बाद ये निर्णय लेना बहुत जरूरी था, स्पीकर ने उचित फैसला लिया है।
बीजेपी नेताओं ने क्या कहा-
केंद्रीय मंत्री बी.एल. वर्मा ने कहा कि हमारे देश में कानून का राज चलता है, ये कोर्ट का फैसला है। इसपर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। वहीं केंद्रीय मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने कहा कि राहुल गांधी सोचते थे कि देश के संविधान और कानून से वे ऊपर हैं। सूरत की अदालत के फैसले के बाद स्पीकर ने ये निर्णय लिया है।
राहुल गांधी से मिलने पहुंचीं सोनिया गांधी
असल मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है सरकार: अखिलेश यादव
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी राहुल गांधी को मिली सजा पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि 'समाजवादी पार्टी के कई नेताओं की सदस्यता BJP ने ली है और आज कांग्रेस के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी की सदस्यता गई है। ये सब जानबूझकर असली मुद्दे जैसे- महंगाई, बेरोजगारी और अपने मित्र उद्योगपति पर बहस से ध्यान हटाने के लिए किया गया है।'
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