प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के 9 साल पूरे हो चुके हैं। पीएम मोदी ने इस बारे में बताया कि अगर भाजपा के बजाय कांग्रेस की सरकार होती तो इन 9 सालों में इतना विकास न होता। इस बाबत केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा कि पिछले 9 सालों में भाजपा की कार्यशैली एक समान है। जैसी शुरू हुई थी निरंतर वैसी ही कार्यशैली चल रही है। 2014 तक के सरकारों की कार्यशैली अलग थी। पहले पांच सालों में भी काम हुआ। इसके बाद अगले 5 विकास को रफ्तार दी गई। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में पीएम मोदी ने कहा था कि इस चुनौती को एक अवसर मानकर चलना चाहिए। इसलिए आज भारत की प्रशंसा हो रही है।
पीएम मोदी के कार्यकाल में हुआ विकास
उन्होंने कहा कि हमने वैक्सीन बनाया, लोगों को वैक्सीन लगाया। हमारे यहां पहले मास्क नहीं बनते थे न ही पीपीई किट बनते थे। लेकिन आज हम दुनिया को सप्लाई करते हैं। इसके जरिए हमने दुनिया को दिखाया कि भारत वसुधैव कुटुंम्बकम के पथ पर चलता है। उन्होंने कहा कि रूस के साथ हमारे रिश्ते हमेशा अच्छे रहे हैं। हमने कोशिश की कि कैसे इन रिश्तों का इस्तेमाल किया जाए ताकि दोनों को एक दूसरे से फायदा हो। जनरल वीके सिंह ने कहा कि गरीब कल्याण योजना के तहत पीएम मोदी ने 80 हजार लोगों को राशन दिया। रेडी पटरी वालों का काम खत्म होने के कारण आज स्वनिधि योजना का जन्म हुआ जिसके जरिए उन्हें 1 हजार रुपये राहत राशि दी जाने लगी। गौरतलब है कि मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर राहुल गांधी द्वारा मोदी सरकार पर कटाक्ष किया गया था।
राहुल गांधी बांट रहे रेवड़ियां
इसपर जनरल वीके सिंह ने कहा कि राहुल गांधी जमीन से जुड़े नेता नहीं हैं। अगर उन्होंने वाकई में भारत यात्रा की है तो उन्हें मोदी सरकार के 9 साल में हुए विकास की जानकारी होती। उन्होंने बताया कि भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर दुनिया की सारी संस्थाएं सकारात्मक बयान दे रही हैं। लेकिन राहुल गांधी न जाने किस अर्थव्यवस्था की बात कर रहे हैं। राहुल गांधी पांच गारंटियों के नाम पर कर्नाटक में रेवड़ियां बांट रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के विचार केवल कहने में अच्छे लगते हैं। उसे लागू करना मुश्किल है। जो समझदार लोग हैं वो जानते हैं कि ये रेवड़ियां बांट रहे हैं। विदेश में राहुल गांधी के बयान पर उन्होंने कहा कि किसी भी देश में जब आप पोलराइजेशन पर चलते हैं तो आप केवल एक स्टेट में जीत सकते हैं। राहुल गांधी केवल ध्रुवीकरण करने का प्रयास करते हैं।