Highlights
- मोदी ने दो हिंदुस्तान बना दिए, एक अमीरों के लिए और दूसरा आम जनता के लिए: राहुल
- 'कोरोना से 50-60 लाख लोगों की मौत हुई और सिर्फ यह कहा गया कि थाली बजाओ, लाइट जलाओ'
Rahul Gandhi in Gujarat: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस साल के आखिर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत की उम्मीद जताते हुए मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी की सरकार बनने के बाद ‘नया गुजरात’ बनाना है जहां आदिवासियों समेत सभी वर्गों का सम्मान होगा और लोगों को स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने यहां ‘आदिवासी सत्याग्रह रैली’ में यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो हिंदुस्तान बना दिए हैं, एक अमीरों के लिए है और दूसरा आम जनता के लिए है।
'कांग्रेस को दो हिंदुस्तान नहीं चाहिए'
राहुल गांधी ने गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में आदिवासी समुदाय के लोगों से यह वादा किया कि गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनने पर उनकी आवाज सुनी जाएगी और उनके अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने दावा किया, ‘‘नरेंद्र मोदी जी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए जो काम शुरू किया उसे वह आज पूरे हिंदुस्तान में कर रहे हैं। इसे गुजरात मॉडल कहा जाता था। वह दो हिंदुस्तान बना रहे हैं। एक अमीरों का हिंदुस्तान, जिसमें चुनिंदा लोग हैं, वह बड़े अरबपति, नौकरशाह हैं जिनके पास सत्ता, धन, अहंकार है। दूसरा हिंदुस्तान आम जनता का है। पहले गुजरात में इसका प्रयोग किया गया और अब पूरे हिंदुस्तान में लागू कर दिया गया है।’’ उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘कांग्रेस को दो हिंदुस्तान नहीं चाहिए। हमें एक हिंदुस्तान चाहिए जिसमें सबका आदर हो, सबको अवसर मिले, सबको शिक्षा मिले, सबको अस्पताल मिले और स्वास्थ्य देखरेख की सुविधा मिले।’’
'भाजपा का मॉडल दो हिंदुस्तान और दो गुजरात का है'
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा का मॉडल दो हिंदुस्तान और दो गुजरात का है। यह जल जंगल जमीन किसी उद्योगपति का नहीं है, बल्कि आदिवासियों एवं गरीबों का है। लेकिन भाजपा की सरकार में इसका फायदा आप लोगों को नहीं मिल रहा है।’’ राहुल गांधी का कहना था कि यूपीए सरकार के समय इस बात का पूरा प्रयास किया गया कि जल, जंगल, जमीन का पूरा फायदा हिंदुस्तान के आम लोगों, दलितों और आदिवासियों को मिले। उन्होंने कहा, ‘‘हम ऐसा कानून लाए थे ताकि आपको आपका अधिकार मिले। मनरेगा लाया गया। हमने कानून बदला कि बिना पूछे आपकी जमीन नहीं ली जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मनरेगा का मजाक उड़ाया, ‘‘लेकिन कोविड संकट के समय मनरेगा नहीं होता तो देश की हालत क्या होती, आप सोच सकते हैं।’’
'कोरोना महामारी के समय मां गंगा लाशों से भर गईं थी'
राहुल गांधी ने कोविड महामारी से नुकसान का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘ये लोग (भाजपा) नहीं बताते कि कोरोना महामारी के समय मां गंगा लाशों से भर गईं। ये नहीं बताते कि कोरोना वायरस के संक्रमण से 50-60 लाख लोगों की मौत हो गई। सिर्फ यह कहा गया कि थाली बजाओ, लाइट जलाओ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी कोशिश होगी कि आदिवासियों की आवाज को इतना मजबूत बनाएं कि देश के प्रधानमंत्री को यह आवाज सुनाई दे जाए। गुजरात में आंदोलन करने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है। आंदोलन करने के लिए जिग्नेश मेवानी (विधायक) को तीन महीने की जेल की सुना दी गई। मुझे पता है कि जिग्नेश को 10 साल की सजा दे दो, तो भी वह डरने वाला नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात के युवाओं से कहना चाहता हूं कि नया गुजरात बनाना पड़ेगा। आपके भविष्य की बात है। आप स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार चाहते हैं, लेकिन भाजपा के लोग यह नहीं देने वाले हैं।’’ राहुल गांधी ने कहा, ‘‘अब जनता और खासकर युवाओं को खड़ा होना होगा। पूरा भरोसा है कि आने वाले चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनेगी। उस सरकार में आदवासियों की आवाज होगी और जो आदिवासी चाहेगा, वह गुजरात की सरकार करेगी।’’
(इनपुट- भाषा)