मलप्पुरम (केरल): कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली और वायनाड दोनों सीट से जीत हासिल करने के बाद अब दुविधा में फंसे हुए हैं। वे यह नहीं तय कर पा रहे हैं कि कौन सी सीट उन्हें अपने पास रखनी चाहिए और कौन सी छोड़नी चाहिए। बुधवार को उन्होंने अपनी इस दुविधा का जिक्र भी किया है। उन्होंने कहा कि ह इस दुविधा में हैं कि उन्हें वायनाड और रायबरेली लोकसभा सीट में से कौन सी सीट छोड़नी चाहिए।
वायनाड की जनता को दिया धन्यवाद
2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने इन दोनों सीट से चुनाव लड़ा और दोनों क्षेत्र की जनता ने उन्हें अपना भरपूर आशीर्वाद भी दिया। राहुल गांधी दोनों सीटों से चुनाव जीत गए। उन्होंने कहा कि वह जो भी निर्णय लेंगे, दोनों निर्वाचन क्षेत्र के लोग उससे खुश होंगे। उन्होंने लोकसभा में दूसरे कार्यकाल के लिए उन्हें चुनने के लिए वायनाड के लोगों को धन्यवाद दिया।
मैं दुविधा में हूं-राहुल गांधी
कांग्रेस नेता ने यहां एक जनसभा में कहा, ‘‘मैं आपसे जल्द ही मिलने की उम्मीद करता हूं। मेरे सामने दुविधा है कि मैं वायनाड का सांसद बना रहूं या रायबरेली का। मैं उम्मीद करता हूं वायनाड और रायबरेली दोनों ही मेरे फैसले से खुश होंगे।’’ लगातार दूसरी बार वायनाड लोकसभा सीट से भारी अंतर से जीत हासिल करने के बाद यह उनकी राज्य में पहली यात्रा है।
राहुल गांधी ने नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें भगवान से कोई निर्देश नहीं मिलता कि क्या करना है, जैसा कि प्रधानमंत्री करते हैं। मोदी का उपहास उड़ाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि भगवान ने प्रधानमंत्री को देश के प्रमुख हवाईअड्डों और बिजली संयंत्रों को अडाणी को सौंपने का निर्देश दिया है।
देश के गरीब लोग मेरे भगवान-राहुल
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘लेकिन मैं इंसान हूं। मेरे भगवान देश के गरीब लोग हैं। इसलिए मेरे लिए यह आसान है। मैं बस लोगों से बात करता हूं और वे मुझे बताते हैं कि क्या करना है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव की लड़ाई भारत के संविधान की रक्षा के लिए थी और उस लड़ाई में नफरत को प्यार ने, अहंकार को विनम्रता ने हराया है। गांधी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को अब अपना रवैया बदलना होगा क्योंकि भारत की जनता ने उन्हें स्पष्ट संदेश दे दिया है। कांग्रेस नेता ने केंद्र में बनी सरकार को ‘पंगु सरकार’ बताया। (इनपुट-भाषा)